सुरेंद्र किशोर : सुशासन के लिए के.के.पाठक जैसे आई.ए.एस. अफसरों का समर्थन आवश्यक

जनता दल यू ने आई.ए.एस.अफसर के.के.पाठक  का पक्ष लेकर अच्छा काम किया है। इससे जदयू की छवि बेहतर हुई है।

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कुमार मिश्रा : हिंदू ग्रंथों में मांस भक्षण, जीव हत्या के तर्क !

पद्म-पुराण के अनुसार सीताजी को भी कष्टों का सामना इसलिए करना पड़ा था कि उनसे एक पक्षी की हिंसा हो

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ज्वलंत/जयराम शुक्ल : हमारी आस्तीन में हैं आयुर्वेद के दुश्मन!

नालंदा के बारे में प्रायः सभी ने पढ़ा/सुना होगा लेकिन बख्तियार खिलजी को वही जानते होंगे जो देश की महानता

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कौशल सिखौला : गुरु धारण न करने वाले इन्हें पूजे..

बलिहारी गुरु आपनों गोविंद दियो बताय गुरुओं के भी गुरु अनादि शंकर भारतीय संस्कृति में गुरु की महिमा अपार है

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NRI अमित सिंघल : भारतीय रेल यात्री दरें दुनिया में सबसे कम

रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने इंडियन एक्सप्रेस को एक इंटरव्यू में बतलाया कि रेल मंत्रालय यात्री परिवहन पर 59,000 करोड़

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प्रह्लाद सबनानी : प्रधान मंत्री मुद्रा योजना ने उत्पन्न किए हैं रोजगार के करोड़ों नए अवसर

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाय) 8 अप्रेल 2015 को भारत में प्रारम्भ की गई भी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे

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सर्वेश तिवारी श्रीमुख : नकारात्मक बातें कितनी तेजी से पसरती हैं न!

पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश की एक अधिकारी का किस्सा बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। किस्सा बस

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प्रह्लाद सबनानी : प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के दौरान सम्पन्न हुए समझौतों से तेज होगी भारत के विकास की रफ्तार एवं निर्मित होंगे रोजगार के नए अवसर

वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं चतुर्थ तिमाही के हाल ही में जारी किए गए भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास सम्बंधी आंकड़ों से

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कौशल सिखौला : आज इमरजेंसी का अर्थ भ्रष्टाचार, देशद्रोही संगठनो के खिलाफ खड़े होना किसी पार्टी का चुनाव जीतना.. सेक्युलरिज्म का बिल्ला उतर जाता…

कल इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में लगाई गई इमरजेंसी की वर्षगांठ थी । भाजपा ने तो इस दिन को राजनीतिक

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NRI अमित सिंघल : विदेशी दूरदृष्टि से भरपूर भारत के नेतृत्व को नोटिस कर रहे है

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में सम्मिलित हुआ। अधिकतर लोग विदेशी थे। विदेशी समाज में प्रधानमंत्री मोदी की

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कौशल सिखौला : मोदी क्या लेकर आए..! हम तटस्थ नहीं हैं  ..अच्छा लगा या बुरा? अपने प्रधानमंत्री की यात्रा को नकारते क्यूं हैं?

हम तटस्थ नहीं हैं शांतिप्रिय हैं ! अब भारत का समय आ गया है ! आजाद भारत में जन्मा पहला

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देवांशु झा : टाइटैनिक का प्रेत-ग्लैमर की शक्ति… घृणित कुत्सित निर्माणों ने दिव्य कथाओं को विद्रूप किया

मैं सोचता हूं कि टाइटैनिक पर अगर फिल्म नहीं बनी होती तो आज लोग उसे कैसे याद कर रहे होते।

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NRI अमित सिंघल : अमेरिका में PM मोदी के देशतोड़क शक्तियों के दूषित प्रोपेगंडा पर कड़े प्रहार के ऐतिहासिक शब्द

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा का महत्त्व बहुआयामी है। प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत, भारत-अमेरिका सम्बंधो की प्रगाढ़ता बारे में

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सुरेंद्र किशोर : हमारा भारत अस्सी के दशक का और आज का ! अमरीकियों की नजरों में

न्यूयार्क टाइम्स संवाददाता की, अस्सी के दशक कीे पटना यात्रा के बारे में यहां मैं बता रहा हूं। भारत के

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सर्वेश तिवारी श्रीमुख : गीता प्रेस.. सम्मान से सम्मान धन्य होता है……

समूचे उत्तर भारत का शायद ही कोई हिन्दू घर हो जिसमें गीता प्रेस से छपी कोई पुस्तक न पहुँची हो।

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कौशल सिखौला : भारत की कूटनीति इतनी जबरदस्त है कि रूस और अमेरिका दोनों…

चार दिन चार डिनर और 24 टॉप उद्यमियों के साथ हाई लेवल मीटिंग ! दुनिया के सबसे खतरनाक प्रीडेटर ड्रोन

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सर्वेश तिवारी श्रीमुख : आदिपुरुष.. पच्चीस ग्राम की नाक पर डेढ़ सेर की नथनी…

डायरेक्शन किसका? ओम रावत का! स्टोरी किसकी? ओम रावत की! स्क्रीनप्ले किसका? ओम रावत की! तो जली किसकी? ओम रावत

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सर्वेश तिवारी श्रीमुख : आदिपुरुष.. और सारा गुड़गोबर हो गया…

अपनी किसी धार्मिक कथा पर फ़िल्म या सीरियल बनाने के लिए सबसे आवश्यक वस्तु क्या है? पैसा? स्टार अभिनेता? तकनीक?

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सत्या पाल : दादर की 18वीं शताब्दी की परंपरा को “जगन्नाथ महोत्सव” का स्वरूप देना उचित..

कोयला और ऊर्जा की नगरी कोरबा विविध ऐतिहासिक और पौराणिक,सांस्कृतिक महत्त्व के मामले में भी संपन्न है। यहां चौदहवीं शताब्दी

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