पवन विजय : लूडो.. प्रकाश का परावर्तन करने वाला दर्पण कभी प्रकाश का स्रोत नहीं माना जा सकता

अल्फ्रेड कोलियार ने 1896 में एक खेल का पेटेंट कराया और उसका नाम दिया लूडो। दुनिया के सारे बच्चे इसे

Read more

कमलकांत त्रिपाठी : भाग-41 विनायक दामोदर सावरकर.. नायक बनाम प्रतिनायक

(पिछले भाग में लिंक किए गये) अखिल भारतीय हिंदू महासभा के 19वें वार्षिक अधिवेशन में दिये गये सावरकर के पूरे

Read more

आर्यभट : भारतीय खगोलविद्या एवं ज्योतिष पर शोध..

विश्वविख्यात खगोलशास्त्री आर्यभट . जन्म दिवस – 21 मार्च खगोलशास्त्र का अर्थ है ग्रह, नक्षत्रों की स्थिति एवं गति के

Read more

ऐसे मिली स्वतंत्रता : ..चाकी का सिर काटकर अदालत में पेश किया

प्रफुल्लचंद चाकी ” जन्मदिन 10 दिसम्बर ” प्रफुल्ल का जन्म 10 दिसम्बर 1888 को उत्तरी बंगाल के बोगरा जिला (अब

Read more

योगी अनुराग : मुद्राराक्षस का अक्षय-स्तंभ

आरंभिक मौर्यकालीन राजनीति के भास्करशिल्प संस्कृत-नाट्य “मुद्राराक्षस” की रचना, “विशाखदत्त” नामक एक “जीनियस” नाट्यकार ने की थी। (“विशाखदत्त” एक प्रबल

Read more

स्वतंत्रता ऐसे आई : भगतसिंह ने सांडर्स को गोलियों से क्यों भूना

पंजाब केसरी लाला लाजपतराय “बलिदान-दिवस” 17 नवम्बर, 1928 ‘‘यदि तुमने सचमुच वीरता का बाना पहन लिया है, तो तुम्हें सब

Read more

कारगिल युद्ध में भारत की जीत कांग्रेस पचा नहीं पाई..2004 से 2009 तक कारगिल विजय दिवस पर लगा दिया था बैन…

अपने पहले पांच साल के कार्यकाल के दौरान यूपीए सरकार ने कारगिल विजय दिवस पर उत्सव नहीं बल्कि शोक मनाया।

Read more

देवांशु झा : कई बार तो वह पुलिसवालों के पास से यूं गुज़र जाते जैसे हवा हमें छूकर

चंद्रशेखर आज़ाद कहा करते थे कि किसी भी शहर, कसबे की धूप और हवा मुझे खतरे के संकेत देने लगती

Read more

कमलकांत त्रिपाठी : अध्याय-01 विनायक दामोदर सावरकर: नायक बनाम प्रतिनायक

ऐसा क्यों हुआ कि इस देश के एक ही इतिहास पुरुष को कुछ लोग नायक तो कुछ प्रतिनायक समझते हैं?

Read more

सर्वेश तिवारी श्रीमुख : अंग्रेज अधिकारियों को श्रृंखलाबद्ध तरीके से इतनी बार मारा गया कि…

हिन्दी पट्टी में बंगाल के क्रांतिकारियों पर बहुत कम बात हुई है। इतनी कम कि यदि आपसे अनुशीलन समिति, बंगाल

Read more

शिवेश प्रताप : अकेले भगत सिंह देश के विमर्श में क्यों स्थान बना पाए.. क्यों राजगुरु, सुखदेव पीछे छूट गए???

लाहौर षड़यंत्र 1929 का आधिकारिक नाम “Crown vs Sukhdev and others” था फिर भी सुखदेव को वामपंथी इतिहासकारों ने भगत

Read more

वीरता-बलिदान को भुलाने वाले बौद्धिक-राजनीतिक-सामाजिक इकोसिस्टम का दोगलापन बेनकाब

….गांव के लोगों ने उनका बहिष्कार कर दिया, डकैत की मां कहकर अपमानित किया. पेट पालने के लिए जंगल से

Read more

देवांशु झा : कैसे गुम हुए प्राचीन विशाल मंदिर VDO.. ध्वंस के पारावार से पूर्ण स्तम्भ अथवा देवगृह के खंडों को चुनना–जोड़ना असाधारण कार्य..

बटेश्वर को मण्डपिका मंदिरों का स्थल कहा गया। मण्डपिका यानी चतुष्स्तंभीय मण्डप के ऊपर शिखर और आमलक कलश युक्त मंदिर।

Read more

डॉ. जयप्रकाश सिंह : इतिहास के खुरदुरे यथार्थ को परदे पर मनोरंजक ढंग से उतारने की पृष्ठभूमि है सम्राट पृथ्वीराज

फिल्म सम्राट पृथ्वीराज के अंत में डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी कुछ पंक्तियों में फिल्म का सारांश पढ़ते हैं. इस बहाने वह

Read more

PM मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर से जुड़े पांच स्थलों के विकास का लिया फैसला |

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर को अपना आदर्श मानते हैं । बाबासाहेब को जितना सम्मान मोदी सरकार

Read more