दयानंद पांडे : मोदी – ट्रम्प की डबल इंजन की सरकार के मायने
मोदी विरोधियों ने ट्रंप की जीत को मोदी की जीत मान लिया है। कमला हैरिस की हार को अपनी हार। यह बहुत अच्छा है। शुभ भी । भारत विरोधियों के लिए बड़ा झटका है। वह चाहे पाकिस्तानी हों , भारत में रहने वाले पाकिस्तान की सोच रखने वाले लोग। या कांग्रेसी l ख़ास कर वामपंथी। वामपंथियों की एक बड़ी बीमारी यह है कि जिस से वह असहमत होते हैं , उस से नफ़रत भी भरपूर करते हैं। अब नफ़रत के लिए उन के पास मोदी और ट्रंप की जोड़ी है।
लेकिन ट्रंप की जीत के तुरंत दो फ़ायदे हैं। रुस और यूक्रेन युद्ध समाप्त होगा। दूसरे , ईरान की अक़्ल ठिकाने आएगी। इज़राइल की बल्ले – बल्ले !
चीन की और ऐसी-तैसी होगी। बांग्लादेश की स्थिति सुधरेगी। बहुत मुमकिन है , मौजूदा हुक्मरान मोहम्मद यूनुस की छुट्टी हो जाए। शेख़ हसीना की वापसी हो। डीप स्टेट की ऐसी-तैसी।
कुल मिला कर ट्रंप की जीत भारत के लिए शुभ है। आतंक के लिए आफ़त ! जो होनी ही चाहिए l दुनिया को शांति की तलब है , आतंक की नहीं।