जो मनुष्य आध्यात्मिक रुप से धनवान है वह जीवन में श्रेष्ठ है : सुरेंद्र बिहारी

कोरबा। जो मनुष्य आज के भौतिक सुख साधन की जगह आध्यात्मिक रास्ते को अपनाकर जीवन में चलता है और श्रद्धा

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विद्यासागर वर्मा : 21 दिसंबर से जगत के पालनहार सूर्यदेव हुए उत्तरायण

उत्तरायण तथा मकर संक्रान्ति की हार्दिक शुभकामनाएँ। ( तमसो मा ज्योतिर्मय ! ) हे प्रभो ! हमें अन्धकार से प्रकाश

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देवांशु झा : श्रीनिवास रामानुजन.. तर्क और अध्यात्म के तत्व का जो अंतर्दृष्टिमूलक विपर्यय है–उसे एक साथ साधा

श्रीनिवास रामानुजन की जयंती पर…(२२ दिसंबर ) यह बड़ी अजीब सी बात है कि साहित्यिक होते हुए भी मैं किसी

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प्रसिद्ध पातकी : श्रीविष्णुसहस्त्रनाम से मारवाड़ियों को यह गूढ़ ज्ञानसूत्र घुट्टी में मिला है

आज एक धर्मप्रेमी सज्जन ने प्रश्न किया कि— देवोत्थान एकादशी पर श्रीमद् विष्णु के उठने का भी कोई शुभ मुहूर्त

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प्रसिद्ध पातकी : विष्णु सहस्रनाम में “प्रकाश” है अर्थवान

संत दिवाली नित करें, सत्तलोक के माहिं आज रमा एकादशी है। यानी लक्ष्मी जी से जुड़ी तिथि। यह एक माइल

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डॉ. पवन विजय : क्यों आपका मंदिर न जाना भी भक्ति का एक स्वरूप है..?

मंदिर जाने का अर्थ हमेशा भगवान से कुछ मांगना नहीं होता, बस उन्हे देखने और उत्पन्न भाव को महसूस करने

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प्रसिद्ध पातकी : वेद विज्ञान के अनुसार सृष्टि के निर्माण में वराह वायु की भूमिका

भगवान वराह की यह मुद्रा मुझे बहुत आकर्षक लगती है. मानों भगवान कृष्ण ब्रह्माण्ड की नीरवता में बंसी की मधुर

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डाॅ. चन्द्र प्रकाश सिंह : धर्म नाश पर बिना पूछे भी यथार्थ स्वरूप को बतलाने वाला वक्तव्य ( कथन) अवश्य करें

मौन वाणी से अधिक मुखर होता है, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति के लिए नहीं। मौन उन्हीं के लिए मुखर होता है

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प्रसिद्ध पातकी : ट्रेन फूंकने और पथराव करने से तो अच्छा है..

आदित्य हृदय स्तोत्र में भगवान भुवन भास्कर को एक खग यानी पक्षी बताया गया है. विशाल आकाश मे पर फैलाये

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प्रसिद्ध पातकी : “विधेयात्मा” गीता – विष्णुसहस्रनाम में.. एकादशी की राम-राम

विधेयात्मा : ऐसा ठाकुर जो राजी-खुशी बिक जाए बेमोल इस बार गर्मी अपने पूरे शवाब पर है। पर मुझे यह

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प्रसिद्ध पातकी : अपरा एकादशी.. विष्णु सहस्रनाम में वीर: और शुर: से आशय

जो लड़े दीन के हेत, सूरा सोई _____________________ भगवान की गीता में प्रसिद्ध उक्ति है कि वह साधु यानी सज्जन

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जगत जननी जगतारिणी मां जानकी का प्राकट्योत्सव

भई प्रगट कुमारी बैसाख की चिलचिलाती दोपहर होने को आई पर आज भी लगता है महाराज जनक की मनोकामना पूरी

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प्रसिद्ध पातकी : विष्णु सहस्रनाम व गीता में धाम..धाम का कोई रिटर्न टिकट नहीं कटता

मनुष्य जिस स्थान में रहता है, उसे अपना घर कहता है। धाम नहीं। धाम प्राय: ईश्वर के निवास के स्थान

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प्रहलाद सबनानी : भारत में वर्षप्रतिपदा हिंदू कालगणना के वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर मनाई जाती है

भारत में हिंदू सनातन संस्कृति के अनुसार नए वर्ष का प्रारम्भ वर्षप्रतिपदा के दिन होता है। वर्षप्रतिपदा की तिथि निर्धारित

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प्रसिद्ध पातकी : विष्णु सहस्रनाम, गीता और ज्योतिष में क्रोध

अप्रैल का माह शुरू हो गया है। यानी मौसम और मन-मिजाज में ताप की तीव्रता और प्रखरता बढ़ने का काल।

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विद्यासागर वर्मा : होली पर्व का उद्गम स्थान मुल्तान

कार के टायर, कूड़ा करकट, गंदे पेपर आदि दुर्गंध देने वाली वस्तुओं को पवित्र अग्नि में आहुति न दी जाए,

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आर्यभट : भारतीय खगोलविद्या एवं ज्योतिष पर शोध..

विश्वविख्यात खगोलशास्त्री आर्यभट . जन्म दिवस – 21 मार्च खगोलशास्त्र का अर्थ है ग्रह, नक्षत्रों की स्थिति एवं गति के

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प्रसिद्ध पातकी : विष्णु सहस्रनाम और गीता में कूर्मावतार को समर्पित श्लोक

मेरे एक मित्र हैं, उन्होंने बहुत पहले नौकरी के बारे में एक बहुत व्यावहारिक बात कही थी। उन्होंने कहा था

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टीशा अग्रवाल : अर्जुन तो बहाना था श्रीकृष्ण को गीता हनुमानजी को सुनाना था

हनुमानजी अजर अमर हैं। हनुमानजी हर युग में थे, हैं और रहेंगें। सुंदरकांड में एक बहुत सुंदर चौपाई हैं; अजर

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प्रसिद्ध पातकी : विष्णु सहस्रनाम में “सुव्रत” नाम की व्याख्या

आज से करीब दस बरस पहले स्वामी गिरीशानंद जी के साथ सत्संग लाभ का सौभाग्य बना. आप वृंदावन वाले स्वामी

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कमलकांत त्रिपाठी : तुलसी का योगदान भाग-13.. तुलसी का काव्य-सौष्ठव

तुलसी का योगदान-तेरह तुलसी का काव्य-सौष्ठव एक-रामचरितमानस का लोक-रूपक: धान (चावल) रूपी सत्कर्म का फलित सुमति भूमि थल हृदय अगाधू।

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