डॉ. भूपेंद्र सिंग : भारत-पाक.. आज़ का पूरा दिन डिप्लोमेसी के लिए समर्पित रहेगा
भारत की सेना ऑफेंसिव काउंटर करने के लिए प्रतिबद्ध है। अब पाकिस्तान पर है कि वह क्या चाहता है। सैन्य प्रतिष्ठान और तमाम लड़ाकू विमानों को स्वाहा करने के बाद भी यदि वह भारत के रिहाइशी इलाकों में हवाई हमला की हिमाकत करता है तो आज नंबर है उसके सरकारी प्रतिष्ठानों का। सेना ने कल संयम दिखाते हुए केवल सैन्य प्रतिष्ठानों को स्वाहा किया है जबकि कराची पोर्ट पर सांकेतिक हमला करके अपनी क्षमता को बताकर संदेश दे दिया। यदि पाकिस्तान को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को तबाह करना है तो आज़ फिर से ढिठाई दिखा सकता है। वैसे पाकिस्तान सेना लगातार अमेरिका से बातचीत कर के बीच का रास्ता खोजने के लिए कह रहा है। सऊदी अरब ने मध्यस्थता का प्रयास शुरू कर दिया है।
इस बीच पाकिस्तान के वो न्यूक्लियर बम किसी काम नहीं आए जो वहाँ के मंत्री के हिसाब से पाव पाव भर के हैं और केवल हिंदुओं को मारते हैं। पाकिस्तान का एयर डिफेंस समाप्ति की तरफ़ है, इसलिए दिन भर वो मध्यस्थता के लिए प्रयास करेगा इसी की उम्मीद अधिक है।
BLA ने पाकिस्तान के पश्चिम सीमा पर प्रेशर बिल्ड अप करना शुरू कर दिया है। लेकिन तालिबान और TTP की प्रतिक्रिया बिलकुल भिन्न है। तालिबान ने जहाँ कल कह दिया कि पश्तून समाज अपने को इस युद्ध से दूर रखें क्यूंकि यह इस्लाम का युद्ध नहीं है वहीं TTP ने कहा है कि पाकिस्तान सेना ने ही जान बूझकर भारत की सेना को आतंकियों के पते ठिकाने दिए हैं। वरना भारत इन पर इतना सटीक हमला कर पाना मुश्किल था। दरअसल TTP उस कांस्पीरेसी थ्योरी को बढ़ा रहा है जहाँ मुनीर को शिया बताकर यह कहने की कोशिश हो रही है कि उसने सुन्नी समाज के मुसलमानों को जान बूझकर मरवाया है।
आज़ का पूरा दिन डिप्लोमेसी के लिए समर्पित रहेगा।
वैसे पाकिस्तानी मीडिया की माने तो दिल्ली तक पाकिस्तान चढ़ाई कर चुका है और सैकड़ों भारतीय लड़ाकू जहाज गिराये जा चुके हैं। भारतीय चैनलों ने एकदम ठीक जवाब दिया है।
