देवेंद्र सिकरवार : …और जब डोभाल या जयशंकर में से कोई अमेरिका का दौरा करे तब जान लेना कि वक्त आ गया है
#मुहूर्त
1971 में इंदिरा गांधी बच्चों की तरह जनरल मानिक शॉ से जिद कर बैठी–
“पश्चिमी पाकिस्तान (बांग्लादेश) पर अभी हमला शुरू करो।”
सैम बहादुर ने तब वह अपनी मशहूर बात कही थी, “आप जंग लड़ना चाहती हैं या जंग जीतना?”
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अगर आपको इस्कॉन बांग्लादेश द्वारा चिन्मय ब्रह्मचारी से नाता तोड़ने और भारत सरकार की चुप्पी समझ नहीं आ रही तो तनिक धैर्य रखो और अंतर्रष्ट्रीय घटनाक्रम देखो।
बांग्लादेश के हिंदू अपने सर्वाइवल की लड़ाई आपकी नासमझी के बिना भी बढ़िया से लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ लेंगे।
मच्छर सा यूनुस यों ही नहीं भिनभिना रहा। वह अकेला नहीं है इस समय।
उसके साथ जॉर्ज सोरोस की मण्डली, ओबामा के नेतृत्व में अमेरिकी थिंकटेंक और प्रशासन में घुसे लिबरल्स, पूरी हथियार लॉबी, मेडिसिन माफिया, इस्लामी आतंकवादी संगठन और चीन हैं।
महाशक्तिशाली रूस मच्छर जैसे यूक्रेन को नहीं हरा पा रहा है फिर भी फालतू की बातें सोच रहे हैं।
पहले ट्रंप प्रशासन का जायजा तीन महीने का लिया जाएगा और जब डोभाल या जयशंकर में से कोई अमेरिका का दौरा करे तब जान लेना कि वक्त आ गया है।