आनंद मिश्र : हाॅलीवुड फिल्मों में इसी कलात्मक न्यूडिटी का प्रयोग..
ऐसे लव मेकिंग दृश्य जिसमें नग्नता भी होती है लेकिन उसमें कोई विकृति का भाव न हो, जो शुद्ध रूप से बजाय स्त्री के ऑब्जेक्टिफिकेशन केवल प्रेम को दर्शाते हैं उन्हें कलात्मक नग्नता कह सकते हैं। बिना ख़ास न्यूडिटी के बाॅलीवुड के आयटम साॅन्ग इनसे कहीं अश्लील और घटिया होते हैं क्योंकि बाॅलीवुड के ये आयटम साॅन्ग्स का उद्देश्य ख़ासतौर पर महिलाओं का ऑब्जेक्टिफिकेशन होता है, इसमें जो ‘आइटम’ शब्द है यह ही घोर विकृत और आपत्तिजनक है।
बहुत सी युरोपीय व हाॅलीवुड फिल्मों में इसी कलात्मक न्यूडिटी का प्रयोग होता है लेकिन हाॅलीवुड में भी ऐसे लव-मेकिंग सीन्स के साथ एक समस्या है। वहाँ भी अधिकतर फिल्मों में यह दृश्य केवल दर्शकों को ट्रैप करने के लिए होता है, अदरवाइज फिल्म की कहानी, निर्देशन, संवाद में कोई विशेष बात नहीं होती। फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे, ओरिजिनल सिन वगैरह ऐसी ही फिल्में हैं जो केवल अपने बोल्ड दृश्यों के चलते लोकप्रिय हैं, वह कोई दर्शनीय फिल्में नहीं हैं।
लेकिन कई फिल्में ऐसी हैं जिनमें बोल्ड दृश्यों एवं न्यूडिटी का बख़ूबी प्रयोग हुआ है, साथ ही इन फिल्मों की कहानी और अन्य aspect भी हैं बेहतरीन। ऐसे मेरे कुछ पसंदीदा फिल्म यह हैं-
Body Heat- 1981 में बनी एक सस्पेन्स थ्रिलर फिल्म, पूरे समय बाँधकर रखने वाली फिल्म है।
Unfaithful- एक आम महिला के एक्स्ट्रा-मैरिटल अफ़ेयर पर बनी यह फिल्म मस्ट-वाच है, रोचक है। यह फिल्म भी एक मास्टरपीस फिल्म Painted Veil की तरह परिवार की महत्ता पर प्रकाश डालती है।
Dangerous Beauty- मध्य-युग युरोप में लेडीज के संघर्ष एवं स्थितियों पर केंद्रित फिल्म।
Lawless- 19वीं सदी में अमेरिका के एक शहर में रिश्वतखोर अधिकारियों के विरूद्ध संघर्ष करते दो भाइयों पर बनी फिल्म।
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