कौशल सिखौला : धुरंधर की स्क्रिप्ट नरेंद्र मोदी ने लिखी…
यदि आप सोचते हैं कि धुरंधर फिल्म को कोई ऑस्कर मिल जाएगा तो आप गलत हैं ? यद्यपि आपकी सोच सही है , जो आप सोचते हैं हम भी वही सोचते हैं । धुरंधर जैसी फिल्म को ऑस्कर जरूर मिलना चाहिए । लेकिन दुनिया में प्रतिवर्ष सर्वाधिक फिल्में बनाने वाले भारत को यह वेस्टर्न लॉबी कभी कंप्लीट ऑस्कर नहीं देगी । धुरंधर जैसी फ़िल्म को बिल्कुल भी नहीं देगी , चूंकि यह फिल्म पाकिस्तान की सच्चाई दिखाती है।
अगले बरस 19 मार्च को रिलीज़ होने वाली धुरंधर 2 को तो बिल्कुल भी नहीं चूंकि उसमें हाफिज , दाऊद और अज़हर मसूद को नंगा किया जाएगा । ये तीनों आतंकवादी भारत के दुश्मन हैं और मुस्लिम होने के कारण पश्चिमी गोरों के मायबाप हैं । पिछले दिनों आई कश्मीर फाइल्स और केरला स्टोरीज को भी ऑस्कर मिल सकता था बशर्ते उनमें सच न दिखाया गया होता । धुरंधर भी सत्य पर आधारित है तो कौन देगा ऑस्कर ? पश्चिमी देशों की अजीबोगरीब लॉबिंग सदा से चर्चित रही है ।
भारतीय फिल्में सत्यजित राय के जमाने से ऑस्कर के लिए नामित होती आई हैं । मदर इंडिया भी नामित हुई थी और पाथेर पांचाली भी । लगान भी और सुनील दत्त की सोलो फिल्म यादें भी । और भी अनेक फिल्में । लेकिन बंदिनी , सत्यकाम , साहब बीबी और गुलाम , हक़ीक़त , मुगल ए आजम , तीसरी कसम , दिल एक मंदिर , वक्त , मेरा नाम जोकर , जिस देश में गंगा बहती है आदि असंख्य बेहतरीन फिल्मों की ओर किसी ने झांका भी नहीं । दक्षिण भारत की पारिवारिक फिल्में और बंगाल की कलात्मक फिल्में अमेरिका से प्रायः खाली हाथ वापस लौटी हैं ।
हां रिचर्ड एटनबरा की गांधी की फिल्म को ऑस्कर मिला । भानु अथैया को इस फिल्म में कास्ट्यूम के लिए ऑस्कर मिला । एक और विदेशी निर्देशक डैनी बॉयल की फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर में जय हो गीत को ऑस्कर मिला । दुनिया के सबसे बड़े स्लम एरिया मुंबई के धारावी पर आधारित कहानी न होती तो स्लम डॉग को ऑस्कर न मिलता । गांधी फिल्म के निर्माता निर्देशक ब्रिटिश न होते तो ऑस्कर न मिलता ।
दक्षिण भारत की फिल्म RRR में रहमान के नाटो नाटो गाने को ऑस्कर मिला । भारत में 1913 से फिल्में बन रही हैं । लेकिन 112 वर्षों में अब तक कुल 10 आस्कर आंशिक रूप से मिल पाए । जबकि हॉलीवुड की एक फिल्म को ही 10 ऑस्कर दे दिए जाते हैं । इंडियन फिल्म अवॉर्ड्स की बात हम इस लिए नहीं कर रहे चूंकि ये बेचे खरीदे जाते हैं । रहे नेशनल अवॉर्ड ये मिलने पर लोग उतने खुश नहीं होते जितने फिल्मफेयर पर होते हैं ।
खैर धुरंधर बड़ी फिल्म है जो तीसरा हफ्ता बीत जाने पर भी हिन्दुस्तानियों के दिलों पर राज कर रही है । अभी लंबा चलेगी भी । पाकिस्तानी भी फिल्म की खुलकर न सही दिल थामकर बडाई कर रहे हैं । तीसरा हफ़्ता बीता और कमाई 600 करोड़ के पास पहुंच गई । जबकि ग्लोबल कमाई 800 करोड़ हो चुकी है । आज का तमाम सोशल मीडिया और इन्टरनेट धुरंधर के पुराने गीतों , अरबी धुन और धुरंधर की चर्चाओं से भरा पड़ा है ।
सच कहें तो आदित्य धर और यामी गौतम ने फिल्म में कांग्रेस के जमाने की कलई खोल दी है । मोदी सरकार के आने पर नोट बंदी क्यों हुई इसकी जायज वजह की ओर भी फिल्म इशारा करती है । पाकिस्तान तो मानता है कि धुरंधर की स्क्रिप्ट नरेंद्र मोदी ने लिखी है। यह शानदार फिल्म जिन्होंने अभी तक नहीं देखी , उन्होंने सचमुच बहुत कुछ खोया है । हमारा यकीनी दावा है कि फिलहाल बन रही और तीन महीने बाद आ रही धुरंधर 2 भारत की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित होगी । आतंकवाद की उद्योग नगरी पाकिस्तान खुद भी धुरंधर के बाद धुरंधर 2 बनने से बेहद डरा हुआ है । ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये डर और भी अच्छे लग रहे हैं ।


