पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ का 175 मिनट का ऐतिहासिक वक्तव्य, गोपाल मोदी बोले..
कोरबा। राष्ट्रवाद विचार मंच द्वारा आयोजित राष्ट्रवाद संगोष्ठी में मुख्य वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने अपने ओजस्वी एवं प्रभावशाली उद्बोधन से जनसमूह को भावविभोर कर दिया। उन्होंने लगातार 175 मिनट तक बिना रुके एवं बिना पानी पिए राष्ट्र, संस्कृति और राष्ट्रवाद पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
हजारों की संख्या में उपस्थित श्रोता पूरे समय पिन ड्रॉप साइलेंट रहकर उनका उद्बोधन सुनते रहे।


पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने इस अवसर पर सनातन धर्म, राष्ट्रवाद और हिंदू समाज के उत्थान पर जोर देते हुए कहा कि ‘मैं सनातनी हूँ’, ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ हमें अपनी संस्कृति और देश की रक्षा करनी चाहिए, साथ ही उन्होंने युवा सनातनीयों से जातियों से ऊपर उठकर एकजुट होने और देश के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया है।
उनके संबोधन के मुख्य बिंदु :
सनातन धर्म का महत्व : उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ही एकमात्र शाश्वत धर्म है जिसका न कोई जन्म है न अंत, और हमें इस पर गर्व करना चाहिए।
जातिवाद से ऊपर उठें : कुलश्रेष्ठ ने लोगों से जाति और वर्ग से ऊपर उठकर ‘हम सब सनातनी हैं’ की भावना के साथ जुड़ने की बात कही।
राष्ट्र और सुरक्षा : उन्होंने व्यावसायिकों को देश की रीढ़ बताते हुए, राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत माता के सम्मान पर जोर दिया और आतंकियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की बात कही।
जागरूकता और एकजुटता : उन्होंने कहा कि सोए हुए हिंदू समाज को जगाने की जरूरत है, ताकि वे अपने अधिकारों और राष्ट्र निर्माण के प्रति जागरूक हों और वोट के लालच में न पड़ें।
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ अपने भाषणों में सनातनी पहचान, राष्ट्रीय गौरव और समाज के भीतर एकजुटता पर केंद्रित रहते हैं, जिससे युवाओं में राष्ट्रवाद और अपने धर्म के प्रति जागरूकता बढ़े।

वक्तव्य के समापन पर सभागार जय श्री राम के गगनभेदी नारों से गूंज उठा और उपस्थित जनसमूह ने तालियों व सम्मान के माध्यम से उनका अभिनंदन किया।

इस अवसर पर गोपाल मोदी, हित्तानंद अग्रवाल, आशीष, योगेश जैन, गौरव मोदी, नीतीश डालमिया, नितिन गुप्ता, रमेश पोद्दार सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे राष्ट्रचेतना जागरण की दिशा में एक ऐतिहासिक आयोजन बताया।
आयोजकों के अनुसार यह संगोष्ठी समाज में राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

