NTPC कोरबा : क्या भूमि अधिग्रहण के लगभग 40 वर्षों बाद भी राजस्व रिकार्ड में मूल भूस्वामियों के नाम आज भी उल्लेखित हैं ??
कोरबा। नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NTPC) की कोरबा परियोजना ने भी 07 नवंबर 2022 को अपनी स्थापना के 40 वर्ष पूरे किए। स्वर्णिम 40 वर्ष पूरे कर एन.टी.पी.सी. कोरबा ने विद्युत उत्पादन के कई कीर्तिमान रचे है। एन.टी.पी.सी. के पॉवर प्लांट के साथ ही कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों के निवास के लिए टाऊनशिप के लिए लगभग 40 वर्ष पूर्व किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया था और अधिग्रहण के पश्चात ही क्षतिपूर्ति राशि का वितरण किया गया था और इसके साथ ही लोगों को स्थापित पॉवर प्लांट में नौकरियों में भी भर्ती कराया गया था।
स्थापना के इन 40 वर्षों के मध्य दर्जनों परियोजना प्रबंधकों की नियुक्ति हुई। एन.टी.पी.सी. का पॉवर प्लांट अबाध गति से चलता रहा है। विद्युत उत्पादन, ऊर्जा संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, खेलकूद सहित विभिन्न क्षेत्रों में एन.टी.पी.सी. ने कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
निःसंदेह एन.टी.पी.सी. का प्रबंधन अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अन्य संस्थानों के लिए एक उदाहरण है लेकिन सूत्रों की माने तोकोरबा एन.टी.पी.सी. अपने स्थापना के 40 वर्ष पूरे करने के बाद भी एन.टी.पी.सी. के पॉवर प्लांट के साथ ही कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों के निवास के लिए टाऊनशिप के लिए लगभग 40 वर्ष पूर्व किसानों की भूमि का अधिग्रहण करने, क्षतिपूर्ति राशि वितरण करने के बाद भी प्लांट और टाउनशीप की भूमियां आज भी मूल भूस्वामियों के नाम पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज है।
अगर ऐसी स्थिति है तो इसे कोई सामान्य नहीं माना जा सकता क्योंकि कई मूल भूस्वामियों का स्वर्गवास इस 40 वर्षों के मध्य हो चुका है। भूमियों के संबंध में विभिन्न प्रकार के टैक्स एन.टी.पी.सी. द्वारा ही चुकता किए जा रहे हैं।
इस संबंध में एन.टी.पी.सी. पी.आर.ओ. सुश्री हिमानी शर्मा से संपर्क करने पर उनके द्वारा बताया गया कि जो भी जानकारी आपको चाहिए, वो मुझे ईमेल कर दीजिए। ईमेल दिनांक – 13.12.2022 को किए जाने के बादई मेल का प्रतिउत्तर न मिलने पर कॉल करने पर उन्होंने बताया कि मांगी गई जानकारियां विस्तृत हैं, अतः विस्तार से संपूर्ण डेटा उपलब्ध होने के बाद ही पूर्ण जानकारी मिल सकती है।
वास्तव में अगर इस प्रकार की स्थिति है तो एन.टी.पी.सी. प्रबंधन को तत्काल ही इस राजस्व अभिलेखों में मूल भूस्वामियों का नाम हटाकर एन.टी.पी.सी. का नाम दर्ज करवाने की दिशा में कार्यवाही करना चाहिए ताकि भविष्य में किसी प्रकार का कोई वैधानिक संकट सामने न आए।
इन बिंदुओ पर जानकारी मांगी गई थी…
★ कोरबा NTPC में अब तक कितने परियोजना प्रबंधक, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हुए हैं?
★ कितनी भूमि किस-किस वर्ष में पॉवर प्लांट व आवासीय परिसर के लिए अधिग्रहित की गई थी?
★ पॉवर प्लांट व आवासीय परिसर के लिए अधिग्रहित की गई भूमियों की वर्तमान स्थिति क्या है? क्या अधिग्रहण किए गए भूमियों का नामांतरण हो चुका है?
★ अधिग्रहण किए गए भूमियों का नामांतरण अगर वर्तमान समय तक नहीं हुआ है तो इसका कारण क्या रहा है?
★ पॉवर प्लांट व आवासीय परिसर के लिए अधिग्रहित की गई भूमियों में से जिन खसरा नंबरों की जिन भूमियों पर अधिग्रहण के पश्चात भी मूल भूस्वामियों का नाम राजस्व दस्तावेजों में वर्तमान में दर्ज है, उनके नाम, खसरा नंबर व रकबे की जानकारी।
