वैक्सिन की कमी का रोना रोते ही यूजर्स ने केजरीवाल की लगा दी क्लास..

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर अक्सर आरोप लगाया जाता है कि काम करने से ज्यादा जोर विज्ञापन और टीवी पर आने पर देते हैं और कोई ठोस काम करने या इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के बजाय हमेशा कमी का रोना रोते रहते हैं।
 केजरीवाल पर एक आरोप यह भी लोग लगाते है कि वे अपनी गलती का ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ते रहते हैं।
 ऑक्सीजन की कमी के बाद अब दिल्ली के सीएम ने कोरोना वैक्सीन की कमी का दर्द सामने रखा है।
 केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि दिल्ली में हमारे पास 5-6 दिन की वैक्सीन बची है। आज वैक्सीन की बहुत कमी है, अगर हमें पर्याप्त वैक्सीन मिल जाए तो हम तीन महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीनेट करना चाहते हैं। दिल्ली में 18 साल से अधिक उम्र के 1.5 करोड़ लोग हैं तो 3 करोड़ वैक्सीन चाहिए। दिल्ली सरकार को अब तक कुल 40 लाख वैक्सीन मिली है।
https://twitter.com/AHindinews/status/1390920074052075520?s=19
केजरीवाल के कोरोना वैक्सीन का रोना रोते ही सोशल मीडिया पर यूजर्स ने क्लास लगानी शुरू कर दी। देखिए सोशल मीडिया पर किस तरह से प्रतिक्रिया यूजर्स व्यक्त कर रहें हैं …
हरीश शर्मा लिखते हैं कि ” पूरे भारत के सभी मुख्यमंत्रीयों मैं अकेला ये ही ऐसा है जो दिन भर रोता रहता है”
अजय मिश्रा बताते हैं- ” कहीं से कुछ मिल जाये,चमत्कार हो जाये, नहीं तो मोदी आरोप ले जाये?
एक अन्य जेपी कौशिक कहते हैं- “हज़ारों रेमदेसिवीर के इंजेक्शन भाखड़ा नहर पंजाब में बहते मिले, जो सरकारी सप्लाई के लिए थे, किसने जमाखोरी की?.अदार पूनावाला (चेयरमैन सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया), जो कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड बनाते हैं, उनको धमकी किसने दी?.दिल्ली में आपसे कोई एक प्रोग्राम भी ढंग से मैनेज नहीं हुआ.”
अंजनी पाठक कटाक्ष करते हैं -” ये महान आत्मा इन सब कुछ केंद्र सरकार दे फिर दिल्ली में सब कुछ कर देगे
दिल्ली संभालती नहीं चुनाव पूरे विश्व में लड़ना चाहते हैं “
त्रिलोक ने कहा -“सर जी आप महान हो.सर 40 लाख में से कितनी लग चुकी, आपने बताया नही,ओर वो जो ऑक्सीजन के सिलेंडर पकड़े गए है आप का साथी इमरान के पास उस विषय पर कोई कॉन्फ्रेंस हुई सुनना चाहते हैं दिल्ली वाले”
आगे अजय मिश्रा ने झिड़की भरे अंदाज में लिखा है -“अगर आक्सीजन मिल जाये,अगर वैक्सीन मिल जाये, अगर दवाई मिल जाये? सब जब कहीं से मिल जाये तो तुम क्या करोगे भाई?
शिशपाल नाम के एक बुज़ुर्गवार कटाक्ष करते हैं- “अरे रहने दे भाई फेंक मत, हेल्थ वर्कर सोशल मीडिया/टीवी पर नहीं बनते.
यही ऑक्सीजन के लिये भी बोलते थे. तब खाली ऑक्सीजन टैंकर नही मिले जब ऑक्सीजन आ गया तो.अपना होम वर्क तो पूरा करो.”
गजे सिंग भाटी बेरु कहते हैं-“सभी राज्य सरकारों को वैक्सीन केंद्र सरकार फ्री में दे तो राज्य सरकार चुनाव के दौरान फ्री वैक्सीन देने की बात क्यों करते हैं। जैसे चुनाव होते है तो केंद्र सरकार फ्री में दे।जैसे प बंगाल”