मोदी सरकार द्वारा एससी समुदायों के 29910 गांवों को इस योजना के तहत मिले ये लाभ
अनुसूचित जाति (एससी) समुदायों की गरीबी को कम करने और उनके सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री अनुसुचित जाति अभ्युदय योजना की शुरुआत हुई इसके तहत अनुसूचित जाति के नागरिकों के कल्याण के लिए योजना के अंतर्गत बिजली, पानी, सड़क, आवास जैसे बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। बता दें कि 2018-19 से अब तक 29910 गांवों को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जा चुका है। जिससे हजारों लोगों के जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन आया है।
अनुसूचित जाति (एससी) समुदायों की गरीबी को कम करने और उनके सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री अनुसुचित जाति अभ्युदय योजना की शुरुआत हुई इसके तहत अनुसूचित जाति के नागरिकों के कल्याण के लिए योजना के अंतर्गत बिजली,पानी,सड़क,आवास जैसे बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। बता दें कि 2018-19 से अब तक 29910 गांवों को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जा चुका है। इस योजना में अनुसूचित जाति के लिए विशेष केंद्रीय सहायता,और बाबू जगजीवन राम छात्रावास जैसी योजनाओं को भी शामिल कर लिया गया है।
प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना का लाभ लेने की शर्तें
प्रधानमंत्री आदर्श योजना के अंतर्गत कम से कम गांव की कुल आबादी 500 जिनमें अनुसूचित जाति की 40 फीसदी से अधिक आबादी हो ऐसे गांवों को ही आदर्श गांव के लिए चयनित किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा नए चयनित गांवों के लिए प्रति गांव 21.00 लाख रुपये की राशि प्रदान करने का प्रावधान है। जिसका उपयोग अनुसूचित बाहुल्य वाले गांवों के विकास के लिए जाएगा। जिसमें केन्द्र सरकार अनुसूचित जाति के विकास के लिए गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू करती है।
अनुसूचित जाति के बेहतरी के लिए सहायता अनुदान
अनुसूचित जाति के सामाजिक आर्थिक बेहतरी के लिए जिला/राज्य-स्तरीय परियोजनाओं के लिए धन आवंटित किया जाता है। वर्ष 2023 -24 के लिए 1485 प्रोजेक्ट कार्य के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें बुनियादी ढांचे का निर्माण जैसे छात्रावास/आवासीय विद्यालयों का निर्माण, व्यापक आजीविका जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। जिला छात्रावास घटक के अंतर्गत 2023 24 के अंतर्गत 10 नये छात्रावासों का निर्माण स्वीकृति किया गया है। जबकि केंद्रीय विश्वविद्यालय स्तर पर 2 नए छात्रावासों का निर्माण किया जाएगा। अनुसूचित जाति और गैर-अनुसूचित जाति आबादी के बीच सामाजिक-आर्थिक असमानताओं को दूर करते हुए उनकी आय को राष्ट्रीय औसत स्तर तक ले जाने का उद्देश्य है।
अनुसूचित जाति की महिलाओं का सशक्तिकरण
कुल सहायता राशि 15 फीसदी हिस्सा विशेष रूप से एससी महिलाओं के लिए आय अर्जित करने की योजनाओं के लिए समर्पित है। इसके अतिरिक्त बुनियादी ढांचे के विकास पर भी जोर दिया गया है। जिसमें कुल अनुदान का 30 फीसदी तक उपयोग करने का प्रावधान है। जिसमें सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, छात्रावासों का निर्माण जैसी बुनियादी सुविधाओं को शामिल किया गया है।
कौशल विकास को बढ़ावा
कौशल विकास और बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से अनुसूचित जाति के बीच उद्यमिता को बढ़ावा देना। इसके लिए आवंटित कुल धनराशि का कम से कम 10 फीसदी हिस्सा खर्च किये जाने का प्रावधान है, जिसमें उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन और वितरण में लगी अनुसूचित जाति महिला सहकारी समितियों को प्रोत्साहित करने जैसे कार्यक्रम को शामिल किया गया है। PM-AJAY एक अधिक समावेशी और सशक्त समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका लक्ष्य सामाजिक-आर्थिक अंतर को पाटना और देश भर में एससी समुदायों का उत्थान करना है।
ऐसे करें प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना में पंजीकरण
सर्वप्रथम आपको प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना की https://pmajay.dosje.gov.in/ पर जाना होगा। इसके बाद आपकी स्क्रीन पर home page खुलकर आएगा। होम पेज पर आपको आवेदन करने के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपकी screen पर एक नया पेज खुलेगा। इस पेज पर आपको पूछी गई जानकारी ध्यानपूर्वक दर्ज करनी होगी। अब आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को upload करना होगा। अब आपको submit के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इस प्रकार से आप प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकेंगे। लॉगिन करने की प्रक्रिया पोर्टल पर login करने के लिए आपको होम पेज पर उपलब्ध https://pmajay.dosje.gov.in/ के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपकी screen पर एक नया पेज खुलेगा। इस पेज पर आपको अपनी user Id, password तथा captcha code दर्ज करानी होगा। अब आपको login के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इस प्रकार आप प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के अंतर्गत आवेदन कर योजना का लाभ उठा सकेंगे।
