अमित सिंघल : चीनी गति,अमेरिकी नीति बनाम अमित शाह की 5 दशक में फैले नक्सलवाद को 5 बरस में तोड़ने की शक्ति नीति…
इस वर्ष अगस्त अंत में अमेरिका में प्रकाशित एक पुस्तक, Breakneck, रिलीज़ हुई थी। ब्रेकनेक – जिसका अर्थ होता है, अत्यधिक तेज या खतरनाक – को एक चीनी-कैनेडियन तकनीकी विश्लेषक, डैन वांग, ने लिखा है। इस पुस्तक ने तहलका मचा दिया है। इस सीमा तक कि इसकी सारी प्रतियां बिक गयी।
उस समय मलावी के लिए निकलना था; सोचा कि आने के बाद खरीद लेंगे। लेकिन अमेज़न बतला रहा है कि अब बुक करने पर 15 नवंबर के बाद मिलेगी। इंटरनेट सर्च ने बतलाया कि यह पुस्तक घर से लगभग 45 किलोमीटर दूर केवल एक बुकशॉप में उपलब्ध है। अतः 9 अक्टूबर उसे ऑनलाइन बुक किया और ड्राइव करके ले आया।
अब तक आधी पढ़ डाली।
पुस्तक विश्व की दो सुपरपावर अमेरिका एवं चीन को एक नए दृषिकोण से देखने के लिए बाध्य करती है।
डैन को अमेरिका, कनाडा एवं चीन में कार्य करने का अनुभव है। वे लिखते है कि चीन एक इंजीनियरिंग राज्य के रूप में संचालित होता है जो निर्माण में उत्कृष्ट है, जबकि अमेरिका एक वकील-प्रधान समाज बन गया है जो अवरोधों को खड़ा करता है।
पिछले दो दशक से चीन की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था, पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति, के सभी नौ सदस्य इंजीनियर है। चीनी राष्ट्रपति शी स्वयं केमिकल इंजीनियर है। इस संस्था का केवल एक ही कार्य है – निर्माण, और अधिक निर्माण।
इसके विपरीत, अमेरिकी सरकार “वकीलों की, वकीलों द्वारा और वकीलों के लिए” है। 1984 से 2020 तक, प्रत्येक डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने लॉ स्कूल में पढ़ाई की थी। 2024 चुनाव की डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति प्रत्याशी कमला हैरिस भी वकील थी। पिछले 10 अमेरिकी राष्ट्रपतियों में से 5 ने लॉ पढ़ा था।
अतः डैन चीन को इंजीनियरिंग स्टेट (engineering state) एवं अमेरिका को लॉयरली सोसाइटी (lawyerly society) कहते है। जहाँ चीन निर्माण करता है, वहीँ अमेरिका हर जगह बांधा डालता है।
इन भिन्न दृष्टिकोणों के परिणाम दोनों देशों द्वारा उच्च गति वाली रेल लाइनों (बुलेट ट्रेन) के निर्माण में देखा जा सकते हैं।
2008 में कैलिफ़ोर्निया ने सैन फ़्रांसिस्को और लॉस एंजिल्स के बीच 800 मील लंबे बुलेट ट्रेन के लिए धन स्वीकृत किया, जबकि चीन ने बीजिंग और शंघाई के बीच इतनी ही लंबाई की रेल लाइन का निर्माण शुरू किया। तीन साल बाद, चीन की यह रेल लाइन 36 अरब डॉलर की लागत से शुरू हुई और अपने संचालन के पहले दशक में 140 करोड़ यात्रियों को ले गई। कैलिफ़ोर्निया की रेल लाइन का पहला खंड अब 2030 के बाद किसी समय 128 अरब डॉलर की अनुमानित लागत से शुरू होने की आशा है।
चीन ने 256 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की है, जो अमेरिका में स्थापित 21 गीगावाट से 12 गुना ज़्यादा है। चीन में 32 परमाणु रिएक्टर निर्माणाधीन हैं, जबकि अमेरिका में एक भी नहीं है।
1990 में चीन में सिर्फ़ पाँच लाख कारें थीं। 2024 तक इनकी संख्या 43.5 करोड़ हो जाएगी, जिनमें से ज़्यादातर इलेक्ट्रिक होंगी। चीन के पास अब 9 करोड़ कारों की कुल वैश्विक बिक्री में से सालाना 6 करोड़ कारें बनाने की क्षमता है।
एप्पल ने भले ही आईफोन का आविष्कार किया हो, लेकिन अधिकांश आईफोन का निर्माण चीन ने किया है, जिससे शेन्ज़ेन को दुनिया का सबसे नवीन इलेक्ट्रॉनिक्स केंद्र बनाने में मदद मिली है।
वांग का मानना है कि अमेरिका को एक प्रक्रिया-ग्रस्त (procedure-obsessed) राजनीतिक वामपंथ और एक विनाशकारी दक्षिणपंथ ने बर्बाद कर दिया है। अमेरिका ने न केवल निर्माण करने की, बल्कि आंशिक रूप से शासन करने की भी क्षमता खो दी है। यहाँ के शासक प्रक्रिया – जैसे कि पर्यावरण एवं जनहित – को लेकर इतना चिंतित रहते है कि जब तक निर्माण का समय आता है, सरकार बदल जाती है और उस निर्माण को रद्द कर देती है या बदल देती है। वे लोग या तो कोर्ट केस फाइल कर देते है या फिर जटिल नियमो के द्वारा निर्माण को नियंत्रित करने का प्रयास करते है।
लेकिन चीन एक ऐसा राष्ट्र बन गया है जो तेजी से मूव करता है और चीज़ो को तोड़ता है; और जो तेजी से मूव करता है और व्यक्तियों को तोड़ता है।
आप अमेरिकी अप्प्रोच को भारत के सन्दर्भ में देख सकते है। चाहे नर्मदा बाँध, मुंबई मेट्रो हो या लद्दाख में हाईवे निर्माण, या आतंकी हो या अनियमित घुसपैठिये, कांग्रेसी वकील रुकवाने-बचाने के लिए तत्पर रहते है।
मुंबई की पहली मेट्रो बनने में 11 साल लगे, जिनमें से 6 साल तो सिर्फ़ योजना बनाने में ही निकल गए। कलकत्ता मेट्रो की पहली लाइन बनने में 6 दशक लग गए।
इसके विपरीत भाजपा नेतृत्व में मुंबई में 372 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क, रूट प्लानिंग से लेकर टेंडरिंग तक, सिर्फ़ 11 महीनों में पूरा हो गया। तीन वर्ष में एक नया एयरपोर्ट बनकर रेडी हो गया।
अमित शाह ने तेजी से मूव किया और पांच दशक तक फले-फूले नक्सलियों को पांच वर्ष में तोड़ दिया है।
