मोदी सरकार का ऐतिहासिक कदम: IMF से आगे अब विदेशी मुद्रा लेन-देन भारत में, आर्थिक संप्रभुता की नई परिभाषा
मोदी सरकार का ऐतिहासिक कदम: IMF से आगे अब विदेशी मुद्रा लेन-देन भारत में, आर्थिक संप्रभुता की नई परिभाषा

2. IMF से आगे: अब दुनिया भरोसा कर रही है भारत की वित्तीय प्रणाली पर
कभी दुनिया IMF और World Bank से डरती थी…
अब वही दुनिया भारत की मुद्रा और प्रणाली पर भरोसा जताने लगी है।
मोदी सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया
GIFT City गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी में
भारत ने शुरू किया अपना “Foreign Currency Settlement System”
मतलब समझिए …अब भारत के भीतर ही डॉलर, यूरो, पौंड जैसी विदेशी मुद्राओं में…रियल टाइम लेन-देन हो सकेंगे!
पहले यह काम लंदन, न्यूयॉर्क या सिंगापुर के बैंक करते थे
जहाँ भारत को फीस, समय और नियंत्रण तीनों में घाटा होता था।
अब ये सिस्टम भारत की ज़मीन पर, भारत के नियमों के तहत होगा!
इसका मतलब क्या है?
अब विदेशी निवेशक बिना देर के भारत में पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे।
अंतरराष्ट्रीय व्यापारियों को अब किसी विदेशी बैंक की ज़रूरत नहीं।
हर ट्रांजैक्शन का डेटा और सुरक्षा भारतीय नियंत्रण में रहेगा।
भारत के वित्तीय क्षेत्र की “reliability” कई गुना बढ़ेगी।
यह कदम भारत को धीरे-धीरे ‘Global Financial Hub’ बना रहा है जैसे हांगकांग, दुबई या लंदन हैं।
और हाँ …ये वही GIFT City है जिसे कभी विपक्ष ने “मोदी का शोपीस” कहा था…आज वही भारत की वित्तीय रीढ़ बन रही है जिन्होंने मज़ाक उड़ाया था,अब वही विदेशी निवेशक बनकर GIFT City के ऑफिस में जगह मांग रहे हैं!
यह सिर्फ एक वित्तीय सुधार नहीं …यह एक संप्रभु घोषणा है कि
भारत अब न सिर झुकाएगा, न किसी और की आर्थिक चौखट पर गिरेगा!
मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, रूपे, UPI,
और अब …Foreign Currency Settlement System…
भारत का हर कदम अब विश्व वित्त का नया अध्याय लिख रहा है।
मोदी सरकार के लिए यह एक और मील का पत्थर
विपक्ष के लिए एक और नींद हराम करने वाला झटका!
अब सवाल आपसे …क्या आपको लगता है कि GIFT City आने वाले 10 सालों में…भारत को Asia का नया Financial Powerhouse बना देगा?
अपनी राय ज़रूर बताइए
क्योंकि इतिहास लिखा जा रहा है…
