चंदर मोहन अग्रवाल : अमेरिका का रक्षा विभाग भारत के फूफा का आंकलन करने में लगा
अभी हाल ही में चाहबहार पोर्ट को लेकर भारत और ईरान के बीच में दीर्घकालिन समझौता हुआ है जिसको लेकर अमेरिका तिल मिला उठा है क्योंकि अमेरिका के रिश्ते ईरान के साथ ठीक नहीं चल रहे और अमेरिका ने ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध (सेक्शंस) भी लगा रहे हैं ऐसे में भारत द्वारा ईरान के साथ किए गए इस करार पर अमेरिका की प्रतिक्रिया भारत को सबक सिखाने वाली आई थी। जिसे भारत के विदेश मंत्री ने सख्ति से निपटा दिया था साथ ही भारत के डीआरडीओ ने अपने सबसे गुप्त दो हथियारों दुर्गा की शक्ति और फूफा के चित्र को जारी कर अमेरिका को अपनी शक्ति का प्रदर्शन भी कर दिया ताकि अमेरिका किसी भ्रम में ना रहे। इस सब के बाद लगता तो नहीं कि अमेरिका अभी भी भारत पर कोई सख्त कदम उठाने के बारे में सोच भी सकता है बाकी तो जिओ पॉलिटिक्स में कब क्या हो जाए कोई कुछ नहीं कह सकता। पर इतना जरूर सुनने में आया है कि अमेरिका का रक्षा विभाग भारत के फूफा का आंकलन करने में लगा हुआ है।
यहां फूफा अनमैन्ड UAV की बात है। तुर्की , अमरीकी छोड़ो, भारत के घातक UAV से भी कई गुना ज्यादा घातक। दुश्मन विस्तार में घुस कर स्ट्राइक कर तबाही मचाने सक्षम।
इन UAVs में 45 KN कावेरी ड्राय इंजिन लगने वाला है। मतलब समझे?? तेजस, F16 व अन्य 4rth जनरेशन फाइटर प्लेन से मात्र आधी शक्ति। अर्थात तेजस से आधे आर्म्स तो केरी कर ही पाएगा। कद में छोटा होने से रडार की पकड़ में आना या शूट डाउन करना भी मुश्किल होगा। ऊपर से 45 KN का शक्तिशाली इंजिन। तो स्पीड भी काफी बढ़ जाएगी
