महापौर राजकिशोर प्रसाद भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडे को 20,000 वोटों की बढ़त दिलाकर रहेंगे..!

कोरबा। चुनाव में विकास ही प्रमुख विषय होता है और विकास करने वाले किन लोगों से जुड़े हुए हैं यह भी देखा जाता है। कोरबा महापौर  कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। निगम क्षेत्र में विकास कितना हुआ है यह बुधवारी से आईटीआई चौक की ओर जाने वाली सड़क पर सरस्वती स्कूल और अंधरीकछार स्कूल के सामने विगत डेढ़ वर्ष से पड़े गड्ढे बता रहे हैं। कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत भी इन्हीं गड्ढों से पार होकर यातायात सुरक्षा व्यवस्था की बैठक में कलेक्ट्रेट जा चुकीं हैं।

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इन गड्ढों में गिरकर रोज कोई न कोई घायल हो रहा है, बड़ी बात है कि किसी की मौत इन गड्ढों में गिरने के कारण नहीं हुई है।

शहर में आम चर्चा है कि आसन्न लोकसभा चुनाव में कितने हजार वोटों का गड्डा इस गड्ढे के कारण कोरबा शहरी क्षेत्र में हो सकता है..?

विधानसभा चुनाव में 25,629 वोटों से जीत की बढ़त भाजपा के खाते में थी और आसन्न लोकसभा चुनाव में कयास लगाए जा रहे हैं कि इन गड्ढों के कारण शहर में 20,000 प्लस करके लगभग 45,000 वोटों से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडे बढ़त हासिल करेगी।

आम जनमानस में चर्चा है कि इस गड्ढे पर जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेष बघेल सहित अनेक VIP पार हो चूकें हैं लेकिन इसके बाद भी गड्ढा नहीं पट सका है, जिस पर रोज महापौर स्वयं गुजरते हैं तो वोटों का गड्ढा महापौर राजकिशोर प्रसाद कैसे पाट सकेंगे…?

 

जिले के VIP गड्ढे यातायात माह व सड़क सुरक्षा समिति पर भारी पड़े.. महापौर रोज दर्शन करके साकेत जाते हैं…

 

जिले के सबसे वीआईपी गड्डे पिछले लगभग एक वर्ष से अपने उद्धार के लिए राह देख रहे हैं। लग रहा था कि लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने के पूर्व अगर इन गड्ढो के जीर्णोद्धार के लिए अगर कुछ हो जाएगा लेकिन कुछ नहीं हुआ और अब तो नई सरकार भी आ गई है। नई सरकार भी इन गड्डों से कई बार पार हो चुकी है।इन गड्ढो के आसपास और भी इसके छोटे छोटे भाई बंधु प्रकट हो चुके हैं।

ऐसा नहीं है कि शासन-प्रशासन को इन गड्ढो की जानकारी नहीं है। कुछ समय पूर्व प्रदेश के तत्कालीन मुखिया भूपेष बघेल भी इन गड्ढो से पार होकर कलेक्ट्रेट परिसर तक गए थे। बाकी  विधानसभा अध्यक्ष, सांसद, मंत्री, विधायक, महापौर और अन्य VIP जनों का आवागमन तो रोज ही इन गड्ढो पर लगा रहता है।

सारा निगम प्रशासन, जिला प्रशासन रोज इन गड्ढो से गुजर रहा है लेकिन इसकी सुध आज तक नहीं ली गई है।

निगम प्रशासन के बड़े कामों के दावों की पोल तो यही गड्ढे खोल कर रख देते हैं जबकि महापौर भी रोज इन्हीं गड्ढो से पार होते हैं।

आश्चर्य की बात यह है सरस्वती शिशु मंदिर और अंधरीकछार विद्यालय दोनों के पास से ही प्रतिदिन सैकड़ों बच्चों का आनाजाना लगा रहता है,  जिससे इन गड्ढो में वाहनों के असंतुलन की स्थिति के कारण कोई भी बड़ी अप्रिय घटना घट सकती है, यह देखकर भी जिम्मेदार आंख मूंदे हुए हैं, संभवतः इन गड्ढो के खाई में बदलने की प्रतीक्षा की जा रही है।

बड़ी बात यह है कि इन गड्ढों के झटकों से बचने के लिए लोग अक्सर दाएं-बाएं से वाहनों को निकालने का प्रयास करते हैं और इस चक्कर में अक्सर यहां पर दुर्घटनाओं का क्रम लगातार बना रहता है।

कुछ समय पूर्व ही बुधवारी मार्ग पर सरस्वती शिशु मंदिर के पास VIP गड्डे के पास एक मोटरसाइकिल सवार बोलेरो के सामने अचानक आ गया, बोलेरो में पड़ी ब्रेक के साथ ही पीछे चल रही 04 कारें एक के बाद एक करके एक दूसरे को टक्कर मारते हुए क्षतिग्रस्त हो गई। बड़ी बात यह कि किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई।

इन्हीं गड्डों से पार होकर अभी 04 मार्च को सांसद श्रीमती महंत ने जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने प्रभावी उपाय अपनाने के दिए निर्देश कलेक्ट्रेट में आयोजित एक बैठक में दिशा निर्देश जारी किए थे।

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