मनीष शर्मा : और बहन… अगर यही करना था तो JNU से ही पढ़ लेती
ये हैं भारतीय मूल की अमेरिकी स्टूडेंट अचिंतया शिवलिंगम…. इन्हें क्रांति का कीड़ा काट गया… और इन्होंने Pro Palestine protest कर डाला.
इन्हें arrest किया गया, और फिर Princeton University से permanently Ban कर दिया गया है…. अब यह अपनी degree भी पूरी नहीं कर पाएंगी.
यही होता है, जब आप पढ़ाई लिखाई करने के जगह वामपंथ का चूरण चाटते हैं.
और बहन… अगर यही करना था तो JNU से ही पढ़ लेती…यहीं सींग लड़ा लेती….यहाँ ऐसे protest करने वालों को पार्टियां टिकट दे देती हैं…. Degree भी 40-45 साल तक आराम से ले सकते हैं…. नौकरी भी मिल ही जाती है…टीवी चैनल में expert भी बन जाते हैं….. वहाँ कहाँ अमेरिका में फंस गई बेचारी