नया उपभोक्ता कानून : सुविधा के लिए app लांच

केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए नय उपभोक्ता अधिनियम 20 जुलाई से देश मे लागू कर दिया है, इस दिशा में कई कदम उठाएं हैं और इसी क्रम में कल एक app लांच किया गया है।

अब आप बाज़ार से कोई ऐसा सामान लाने जाएं, जिसपर ISI या हॉलमार्क का निशान लगा हो तो आप ये तुरन्त जान पाएंगे कि वो सामान असली या या नहीं।भारतीय मानक ब्यूरो यानी BIS ने ये पता लगाने के लिए एक मोबाइल एप लॉन्च किया है।

भारतीय मानक ब्यूरो ने कल BIS CARE नाम का एक मोबाइल एप लॉन्च किया।ये एप ग्राहकों को असली और नकली सामान में फ़र्क़ करने में मदद करेगा। आप बाज़ार से पंखा या कोई अन्य सामान ख़रीदने जाएं तो उसपर आईएसआई के मार्क पर अगर आपको शंका होती है कि पंखा उस ब्रांड का नहीं लग रहा, जिसका नाम उसपर लिखा है तो आप इस BIS CARE नाम के एप पर आईएसआई निशान का नम्बर लिख कर ब्रांड और उस कम्पनी की पूरी जानकारी एप पर देख सकते हैं।

एप से सोने की प्रामाणिकता भी परखी जा सकेगी. सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाने का फ़ैसला हो चुका है जो, अगले साल 1 जनवरी से लागू हो जाएगा। सोने के हॉलमार्किंग के नम्बर को भी इसी मोबाइल एप पर डालकर ये देखा जा सकेगा कि सोना असली या नहीं।

एप की एक और विशेषता ये है कि अगर आपको सामान नक़ली दिखता है तो तुरन्त उसी वक़्त इस एप से अपनी शिकायत भी दर्ज़ करा सकेंगे। मोबाइल एप को किसी भी एंड्रायड फोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। एप फ़िलहाल हिन्दी और अंग्रेजी में उपलब्ध होगा और इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।