मोदी राज में अमेरिका को पछाड़कर भारत बना दुनिया का दूसरा सबसे आकर्षक मैन्युफैक्चरिंग हब
कोरोना संकट के बीच भारत ने अमेरिका को सबसे आकर्षक मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन के मामले में तीसरे नंबर पर धकेल दिया है। रियल एस्टेट सलाहकार कुशमैन एंड वेकफील्ड ने बताया कि चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे पसंदीदा मैन्युफैक्चरिंग हब बन गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत लागत के मोर्चे पर दक्षता के कारण मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के तौर पर तेजी से उभरा है। वैश्विक विनिर्माण जोखिम सूचकांक-2021 में चीन पहले पायदान पर बरकरार है।
किस कैटेगरी में है कौन-सा देश
वैश्विक विनिर्माण जोखिम सूचकांक यूरोप, अमेरिका और एशिया-प्रशांत के 47 देशों में वैश्विक विनिर्माण के लिए आकर्षक या फायदे वाले डेस्टिनेशन का आकलन करता है. सबसे ज्यादा मांग वाले मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन में कनाडा चौथे, चेक गणराज्य पांचवें, इंडोनेशिया छठे, लिथुआनिया सातवें, थाइलैंड आठवें, मलेशिया नौवें और पोलैंड दसवें स्थान पर है। पिछले साल की रिपोर्ट में अमेरिका दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर था।
भारत की रैंकिंग में कैसे हुआ सुधार
कुशमैन एंड वेकफील्ड के मुताबिक, इससे पता चलता है कि अमेरिका और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के मुकाबले मैन्युफैक्चरर्स भारत में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। परिचालन की परिस्थतियों और लागत दक्षता के कारण मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन के तौर पर भारत का आकर्षण बढ़ा है। इसके अलावा भारत ने आउटसोर्सिंग की जरूरतों को सफलतापूर्वक पूरा किया है. इससे सालाना आधार पर भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है।
