आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन: देश में 10 करोड़ से अधिक लोगों का

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत अबतक 10 करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) बनाए गए हैं। गुरुवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि देशव्यापी स्वास्थ्य देखभाल को डिजिटाइज करने की पहल के तहत गुरुवार को आभा कार्ड की संख्या 10 करोड़ के पार हो गई है। आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट, व्यक्तियों को यूनिक हेल्थ कार्ड प्रदान करता है।

53 करोड़ लोगों की डिजिटल हेल्थ आईडी
वहीं आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट के तहत लगभग 53 करोड़ लोगों की डिजिटल हेल्थ आईडी बन चुकी है। नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) नंबर (जिसे पहले स्वास्थ्य आईडी के रूप में जाना जाता था) बनाए गए हैं। एबीएचए एक रैंडम 14-अंकीय संख्या के रूप में विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता है और इसे डिजिटल रूप से या हार्डकॉपी के रूप में जारी किया जा सकता है।

आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट क्या है?
आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट कार्ड के नाम से भी जाना जाने वाला आभा कार्ड भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली हेल्थकेयर पहचान है। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) की पहल है। यह आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत शुरू किया गया एक स्वास्थ्य बचत खाता है। इसे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को उनकी स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह फिजिकल फाइलों को मैनेज करने की परेशानी को दूर करता है और विभिन्न लोकेशन में भी हेल्थकेयर प्रोफेशनल के साथ मेडिकल डॉक्यूमेंट को आसानी से शेयर करने की अनुमति देता है। इसे अपनी विशिष्ट ABHA आईडी के माध्यम से एक्सेस कर सकते हैं।

आयुष्मान भारत हेल्थ आईडी क्या है?
मोबाइल नंबर और आधार नंबर का उपयोग करके बनाई गई 14-अंकों की पहचान संख्या है।  यह उन्हें सभी सूचनाओं को डिजिटल रूप से संग्रहीत करने और उन तक पहुंचने में मदद करता है। इसमें उनका स्वास्थ्य इतिहास, परामर्श विवरण, मेडिकल रिकॉर्ड और नुस्खे शामिल हैं।
सरकार ABHA ID के माध्यम से विभिन्न राज्यों में अपने स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सुधार करने की योजना बना रही है। इसका उद्देश्य देशभर के अस्पतालों को डिजिटल रूप से जोड़ना भी है। हालांकि, ABHA ID के लिए आवेदन करना स्वैच्छिक है।
बता दें कि पीएम मोदी ने सितंबर 2021 को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के राष्ट्रव्यापी रोल-आउट की घोषणा की थी। जिसका उद्देश्य देश के एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का समर्थन करना है।

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