गांव में डाकविभाग की 5 star स्कीम..

डाक विभाग ने देश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रमुख डाक योजनाओं का सार्वभौमिक कवरेज सुनिश्चित करने के लिए, फाइव स्टार गांवों के नाम से एक योजना शुरू की है। यह योजना विशेष रूप से सुदूरवर्ती गांवों में जन जागरूकता और डाक उत्पादों और सेवाओं तक पहुंचने की खाई को पाटने का प्रयास करेगी। फाइव स्टार गांवों की योजना के तहत सभी डाक उत्पादों और सेवाओं को ग्रामीण स्तर पर उपलब्ध और विपणन और प्रचारित किया जाएगा। शाखा कार्यालय ग्रामीणों की सभी संबंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में कार्य करेंगे।

 

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फाइव स्टार योजना के अंतर्गत आने वाली योजनाओं में शामिल हैं:

i) बचत बैंक खाते, आवर्ती जमा खाते, एनएससी/केवीपीप्रमाण पत्र, ii) सुकन्या समृद्धि खाते / पीपीएफखाते, iii) वित्त पोषित डाकघर बचत खाता भारतीय डाक पेमेंट बैंक खाते, iv) पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी / ग्रामीण डाक जीवन बीमा पॉलिसी और v) प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना खाता / प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना खाता।

 

यदि कोई गाँव उपरोक्त सूची में से चार योजनाओं के लिए सार्वभौमिक कवरेज प्राप्त करता है, तो उस गाँव को फोर-स्‍टार दर्जा मिल जाएगा; यदि कोई गाँव तीन योजनाओं को पूरा करता है, तो उस गाँव को थ्री-स्‍टार दर्जा दिया जाएगा।

यह योजना महाराष्ट्र में प्रारंभिक आधार पर शुरू की जा रही है; यहां के अनुभव के आधार पर, इसे देश भर में लागू किया जाएगा। “डाकिया और डाक विभाग आम नागरिक के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। भारतीय डाक कोविड-19 की वजह से उत्‍पन्‍न कठिन स्थिति में लोगों तक दवाइयाँ और वित्तीय सहायता पहुंचाकर उनकी असाधारण रूप से सेवा कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी न केवल योजनाएँ लाए, बल्कि उनका प्रभावी क्रियान्वयन भी सुनिश्चित कर रहे हैं। डाक विभाग अपने विशाल नेटवर्क का लाभ उठाते हुए, सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है।

डाक योजनाओं को अत्यधिक सुरक्षित जमा प्रदान करने के लिए जाना जाता है, वे कम जोखिम के साथ अधिक ब्याज की वापसी प्रदान करते हैं।” उन्‍होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हकीकत में बदलने का तरीका इस तरह के सहयोगी प्रयासों के माध्यम से है, जिसमें वित्तीय समावेशन प्रदान करने के लक्ष्य के साथ विभिन्न योजनाओं को एक जगह पर एक साथ लाया गया है।