5 सितम्बर शनिवार को सर्व संकट नाशक संकट मोचन गणेश चतुर्थी के उपाय
आध्यात्म जगत से जुड़े कपिल व्यास ज्योतिष के क्षेत्र में लंबे अरसे तक जुड़े रहें और उसके बाद आध्यात्म जगत की ओर आकर्षित हुए। समय -समय पर वे अपने से जुड़े लोगों को मार्गदर्शन करते रहतें हैं।
चन्द्र उदय रात्रि 8: 40 पर, चंद्रमा को बिना उबला दूध में जल मिलाकर अर्ध्य देंवें।
अर्ध्य देने के बाद श्री गणेश जी का पूजन धूप और दीप से करे, गुड़ का भोग अर्पित करे, गणेश जी का अभिषेक चन्दन मिश्रित जल से करे।
संकट नाशक गणेश स्त्रोत के 27 पाठ करे,ओर श्री गणेश अर्थवशीर्ष के 5 पाठ करे,हर पाठ पर एक दूर्वा/ द्रोब गणेश जी को अर्पित करे।
गणेश जी की आरती कपूर से करे।
दक्षिणा अर्पित करें या किसी मूक जीव को भोजन, फल दें।
लाभ:: संकट जीवन मे नही आते ।यदि कोई संकट हो तो मुक्ति मिलती हैं।
हर महीने की संकट चतुर्थी के पूजन से आर्थिक उन्नति, विवाह बाधा से मुक्ति, घर मे शांति, आदि लाभ
संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रोदय का समय
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ: 5 सितंबर को सायं 4 बजकर 38 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त: 6 सितंबर को रात्रि 07 बजकर 06 मिनट पर
संकष्टी के दिन चन्द्रोदय: 08 बजकर 40 मिनट