NIA की बड़ी कार्यवाही : संवेदनशील औद्योगिक क्षेत्र कोरबा में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क के मिले सूत्रधार
एनआईए की जांच में पता चला है कि कोरबा जिले में एक संदिग्ध जासूसी नेटवर्क सक्रिय था, जिसमें एक सीआरपीएफ जवान और एक स्थानीय व्यवसायी शामिल थे। इस नेटवर्क के तार पाकिस्तान से जुड़े होने का संदेह है।
खोजी पत्रकार मुकेश एस सिंह (द हितवाद रायपुर) की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ : NIA ने हाल ही में छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है, जिसमें एक संदिग्ध जासूसी नेटवर्क का पता चला है। इस नेटवर्क में एक सीआरपीएफ जवान और एक स्थानीय व्यवसायी शामिल हैं, जिनके पाकिस्तान से जुड़े होने का संदेह है।

सीआरपीएफ जवान की गिरफ्तारी
एनआईए ने एक सीआरपीएफ जवान मोती राम जाट को गिरफ्तार किया है, जो 2015-2017 के दौरान कोरबा में तैनात था। जांच में पता चला है कि जाट ने अपने कार्यकाल के दौरान एक स्थानीय व्यवसायी के साथ संपर्क स्थापित किया था, जो अब फरार है।
एनआईए की कार्रवाई
एनआईए ने 31 मई को आठ राज्यों में छापेमारी की, जिसमें कोरबा भी शामिल था। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं। जांच एजेंसी ने बताया कि जाट के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
फरार व्यवसायी
कोरबा पुलिस ने बताया कि उन्हें एनआईए की कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने अब निगरानी बढ़ा दी है और फरार व्यवसायी के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।
एनआईए की जांच
एनआईए की जांच में पता चला है कि जाट ने अपने कार्यकाल के दौरान एक पाकिस्तानी महिला जासूस के संपर्क में आया था, जिसने उसे जासूसी के लिए प्रेरित किया था। जांच एजेंसी ने बताया कि जाट को वित्तीय प्रोत्साहन दिया गया था और उसे गोपनीय जानकारी साझा करने के लिए कहा गया था।
आगे की कार्रवाई
एनआईए ने बताया कि जांच जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। एजेंसी ने बताया कि वह इस मामले में शामिल सभी लोगों को पकड़ने के लिए प्रतिबद्ध है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
साभार/नोट: द हितवाद रायपुर के समाचार का हिंदी में रूपांतरण किया गया हैं।
