2 0ct तक lock Down : शहर था तैयार, शराब दुकानों पर 1 माह होना चाहिए प्रतिबंध..शराबी डिस्टेंशिंग नही सिर्फ मिस्टेकिंग जानता है

कोरोना की चेन तोड़ने  23 सितंबर सुबह से निगम क्षेत्र में 2 अक्टूबर तक 10 दिनों  का लॉकडाउन शुरू हो जाएगा। इस दौरान शराब दुकानें नहीं खुलेगी। ऐसे में शराब की दिक्कत न हो इसका भी प्रबंध करना लोगों ने शुरू दिया था और तैयारी जारी भी है। राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में लॉक डाउन की आ रही खबरों के साथ ही यह स्पष्ट हो गया था कि देर-सबेर कोरबा में भी लॉक डाउन लंबी अवधि के लिए फिर से लगना तय है। सूत्रों के अनुसार पुनः बंद बाकी आशंका के चलते स्टॉक जमा करने की होड़ में शराब दुकानों में भीड़ पिछले कुछ दिनों से काफी बढ़ गई थी।

प्रदेश मेंकोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा था और इसका मुख्य कारण शराब की दुकानें रही। शराब पीने की लालसा में लोग सुबह 07.30 बजे से ही ठेकों के बाहर जमा होना शुरू हो जाते थे। शराब की दुकानों में सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई।
 
लॉक डाउन के लिए जारी आदेश में शराब दुकानों को पूर्ण रूप से बंद करने को कहा गया है और नियंत्रण पाने के लिए प्रदेश सरकार को, प्रशासन को सख्ती से पूरे एक माह के लिए शराब दुकानों को बंद कर देना चाहिए। पीने के बाद शराबियों को किसी डिस्टेंशिंग का होश नहीं रहता, जोश रहता है तो बस मिस्टेकिंग का।

 नागरिक संघर्ष समिति, जागरण मंच , व्यापार जगत से जुड़े लोगों सहित कुछ संगठनों ने कोरबा में लॉक डाउन पुनः किए जाने को लेकर प्रशासन से मिलकर चर्चा करने की मंशा बना ली थी।