निधन : “राम राम भाई..” वरिष्ठ पत्रकार सुरेश चंद्र रोहरा, कोरबा
मोबाईल पर अब इस मधुर स्नेहिल वाणी की कमी रहेगी।
1993 से लगातार वरिष्ठ पत्रकार सुरेश चंद्र रोहरा जिनसे बड़े भाई, मित्र, गुरु के रूप में 1993 से लगातार साथ रहा।
1993 में मेरी जीप में तब उनकी ट्रेडल प्रिंटिंग प्रेस की मशीन कई हिस्सों में लाई गई और साप्ताहिक ” कोरबा कश्यप ” समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ हुआ। कश्यप नाम ऋषि कश्यप जिनके नाम पर कश्मीर का नाम रखा गया था।
कई विषयों पर हमारे विचार मेल नहीं खाते थे लेकिन हमलोग हमेशा बिना किसी द्वेष के तर्क करते थे।
वे उत्साही पत्रकार थे.. श्रद्धांजलि 💐💐💐💐💐आदरणीय।”
प्रेस क्लब के वरिष्ठ सदस्य, ख्यातिलब्ध लेखक, पत्रकार व साहित्यकार सुरेशचन्द्र रोहरा का हृदय गति रुक जाने से गुरुवार अर्ध रात्रि आकस्मिक निधन हो गया। कोरबा अंचल शहीद हेमू कालोनी नगर, रानी रोड निवासी श्री रोहरा अपने पीछे भरा-पूरा परिवार रोता-बिलखता छोड़ गए।
सहज, सरल, शांत, मृदभासी, बहुमुखी प्रतिभा के धनी वरिष्ठ पत्रकार सुरेशचंद्र रोहरा के निधन की खबर से परिजनों, मित्रो, पत्रकारों, साहित्यकारों सहित अंचल में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
स्वर्गीय सुरेश रोहरा वर्तमान में कोरबा एवं रायपुर से प्रकाशित दैनिक लोकसदन में संपादक पद के दायित्व का निर्वहन कर रहे थे। उनके द्वारा देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में, सामाजिक एवं राजनीतिक विषयों पर लेखन करना जारी रहा। छत्तीसगढ़ में घटित होने वाली प्रमुख घटनाओं के साक्षी बनकर बेहतरीन तरीके से घटनाक्रमों का सचित्र वर्णन सहित मासिक पत्रिकाओं में भी करते रहे। मनोहर कहानियां, सत्यकथा मासिक पत्रिका में भी उनका लिखना जारी रहा।
दैनिक लोकसदन के माध्यम से कोरबा ही नहीं, छत्तीसगढ़ के नामचीन और प्रख्यात साहित्यकार, लेखक, कवि, पत्रकारों के जीवन संस्मरण का संग्रह कर, निरंतर प्रकाशन कर, वर्तमान पीढ़ी के सामने एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया। उनका जाना कोरबा जिला पत्रकार जगत के लिये एक अपूरणीय क्षति हैं।जिला अधिवक्ता संघ ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। “वीर छत्तीसगढ़” की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि💐💐💐💐💐
