पंकज कुमार झा : छत्तीसगढ़ में “साय-साय” काम ऐसे ही होता है..पर बातों से कुच्छो नहीं होता…
पेरिस से आ रही निराशाजनक समाचार की तपिश के बीच हमेशा की तरह ताजी हवा का झोंका छत्तीसगढ़ से।
फोटो में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के साथ दिख रहे दंपत्ति, तलबारवाजी की खिलाड़ी ‘रीबा बेन्नी’ नामक बच्ची के माता-पिता हैं। रीबा ने न्यूजीलैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप में तलवारबाजी में सिल्वर मेडल जीता है।
किस्सा यह है कि मुख्यमंत्री आवास में साप्ताहिक जनदर्शन का कार्यक्रम होता है। उसमें एक गुरुवार को बिन्नी का विषय आया। बालिका का चयन न्यूज़ीलैंड जाने के लिए हुआ था। पर पैसे नहीं थे वहां जाने के लिये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सूटकेस तैयार करो। पैसे का इंतजाम हो जायेगा।
पैसे मिले। रीबा पहुंची न्यूजीलैण्ड। जीत कर आयी। मुख्यमंत्री श्री साय ने सहृदयता से स्वीकार करते हुए तत्काल सहायता राशि चार लाख रूपये स्वीकृत किया था।
आज इस ख़ुशी को रीबा के माता-पिता ने मुख्यमंत्री के साथ साझा किया और सम्मान में उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को श्रीफल भेंट कर सहायता के लिए आभार जताया।
है न प्रेरक समाचार। साय-साय काम ऐसे ही होता है। बड़ी-बड़ी बातें तो बघेल भी करना जानते थे। पर बातों से कुच्छो नहीं होता। करने से होता है। है कि नहीं?
