कौशल सिखौला : विपक्ष को बीजेपी से उतनी नाराजगी कभी नहीं रही जितनी नफ़रत मोदी की सूरत और नाम से…
यह जानकर अच्छा लगा कि पूरा पाकिस्तान मोदी के हारने की दुवाएं कर रहा है । वहां के नेता बिना छिपाए कह रहे हैं , पाक सेना की ओर से भी बयान आए हैं कि भारत में मोदी को तीसरी बार नहीं जीतना चाहिए । वैसे चाहता तो चीन भी यही है , परंतु वह कभी खुलकर नहीं कहता । हर योजना पर चीन गुपचुप काम करता है , बोलता नहीं । इंडिया में विपक्ष बोलता अधिक है । मतलब पाकिस्तान वही चाहता है जो इंडी अलायन्स चाहता है । पाकिस्तान की भारत के आम चुनाव में ऐसी दिलचस्पी पहले कभी नहीं रही।
भारत के विपक्ष को बीजेपी से उतनी नाराजगी कभी नहीं रही जितनी नफ़रत मोदी की सूरत और नाम से है । जो हाल विपक्ष के दिल का है , वही हाल पाकिस्तान का है । इसके पीछे नरेंद्र मोदी सबसे बड़ा कारण हैं । पाकिस्तान को डर है कि यदि मोदी तीसरी बार आए तो न केवल पीओके वापस लेंगे , अपितु बलूचिस्तान और सिंध भी उसके हाथों से निकल सकते हैं । उधर अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार ने तालिबानियों को साफ साफ कहा है कि यदि एक भी तालिबानी भारत के खिलाफ पाक आतंकियों के साथ गया तो उसका खात्मा अफगानिस्तान खुद करेगा । भारत हमारा मित्र है और पाकिस्तान दुश्मन ?
दरअसल बीजेपी में चार नेता ऐसे हैं जो कि गठबंधन के गले तो उतरते ही नहीं , पाकिस्तान भी जिनसे डरता है । ये हैं मोदी , शाह , योगी और हेमंता विस्व सरमा । वैसे विपक्ष और पाकिस्तान आरएसएस से भी कम नहीं डरते ? सब चाहते हैं कि हम सत्ता में आएं तो और काम धंधे छोड़कर सबसे पहले इन्हें सबक सिखाएं । वे तेजस्वी जो बाप , मां , भाई और बहन समेत शर्तिया भ्रष्टाचार और अपराधों में लिप्त हैं , वे खुद मछलियां और मीट खाते अपने वीडियो सार्वजनिक करते हैं । योगी की तुलना किम जोंग जैसे सनकी तानाशाह से कर रहे हैं । यह उनके डर का परिचायक है । उन्हें लगता है कि फिर मोदी आए तो सबकी जेल पक्की।
आज चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा और परसों आखिरी चरण का मतदान है , उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी । लेकिन यह कल्पना मत कीजिए कि यह चुनावी चिक चिक अब खत्म हो जाएगी । अभी तो तीन जून तक गाली गलौज वाली मारामारी चलती रहेगी । अलबत्ता चार जून के पास सब का इलाज है । पक्ष का भी और विपक्ष का भी । चुनाव बाद क्या क्या होना है , वह भी किसी से छिपा नहीं है । बातें इतनी कड़वी हो चुकी हैं कि चुनाव बाद वही सब होगा जो होना है । देश चाहता है कि 77 साल से भारत को मुसीबतों में डालते आ रहे चीन और पाकिस्तान को खुश होने का मौका न मिले।
