पार्किंग अव्यवस्था पर आक्रोशित रेल यात्री अमनदीप बोले – “आम व्यक्ति की इज्जत से टेंडर की बोली इतनी बड़ी नही…”
रायपुर। रायपुर रेलवे स्टेशन पर नो पार्किंग में खड़े वाहनों के चालकों से अवैध वसूली को लेकर बुधवार को जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारियों की बैठक के बाद इस पर सहमति बनी क्योंकि अवैध वसूली को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं।
विगत माह ही रेलवे स्टेशन में पार्किंग संचालक द्वारा अवैध वसूली से आक्रोशित ऑटो टैक्सी चालकों ने रायपुर ऑटो महासंघ के अध्यक्ष कमल पाण्डेय के नेतृत्व में रेलवे DRM ऑफिस का घेराव कर DRM को ज्ञापन सौंपा था।
इन सबके बाद भी स्थिति में किसी तरह का कोई सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। लगातार आम नागरिकों से दुर्व्यवहार की शिकायते मिल रही है इसके बाद भी रेल्वे प्रशासन मौन धारण किए हुए है। ताजा मामला रायपुर निवासी अमनदीप सिंह के साथ हुआ है। जिस पर लिखित में शिकायत की गई है।
प्रार्थी ने बताया कि मैं अमनदीप सिंग रायपुर निवासी, रेल्वे स्टेशन रायपुर की पार्किंग ठेके में आम नागरिक से किए जा रहे व्यवहार से अत्यंत क्षुब्ध हूं लगातार ये लोग लाइसेंस के बल में हम जैसे नागरिकों की बेइजत्ती किए जा रहे और प्रशासन और SECR रेलवे डिवीजन ऐसे बंधे हुए जैसे मानो इस वैंडर ने कोई वशीकरण कर लिया हैं।
हम सबको बस भरपूर बेइजत्ती के बाद ठेकेदार और उसके स्टॉफ (गुंडों) से यही जवाब मिलेगा कि आगे जाओ तेरे जैसे बहुत आते है…लेकिन होगा क्या ?? मेरे साथ 16.05.24 को भी यही सब हुआ मैंने पार्किंग चार्ज 20 रुपए भी दिए और अपनी भरपूर बेइजत्ती भी करवाई इनकी गुंडई और वसूली वाली भाषा से… क्योंकि रेल्वे डिवीजन ने इनको लाइसेंस जो दिया है।
आज मैने लिखित शिकायत स्टेशन सुप्रीटेंडेंट को दी है की आप उचित कार्यवाही करें या बताए की आगे कहां जाए क्योंकि ठेकेदार के स्टॉफ तो यही कहते है तो फिर हम लोग भी क्या गुंडा बन जाए ?
कानून हाथ में लेने से पहले मैने ये विषय कानून के हाथ में दिया है की फैसला आप जल्दी करें आम नागरिक अपनी बेइजत्ती नही बर्दास्त कर सकता। आम व्यक्ति की इज्जत से टेंडर की बोली इतनी बड़ी नही हो सकती और ये कच्ची रसीद जिससे सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा हैं उसका क्या ?? जनता से इतनी बेईमानी अच्छी नहीं है।
-चित्र साभार।