कौशल सिखौला : चंद्रयान.. इन वैज्ञानिकों की बर्बादी के पीछे कौन थे…?
चन्द्रयान 3 अपनी जगह तो पहुंच गया, पूरा भारतवर्ष खुशियाँ मना रहा है,लेकिन इस महान उपलब्धि के पीछे हम अपने वैज्ञानिक नंबी नारायणन को न भूलें जिन्होंने तमाम विपरीत परिस्थितियों, सीआईए के तमाम प्रतिरोधों के बावजूद विकास इंजन (क्रायोजेनिक इंजन) को विकसित किया था जिसका उपयोग अब चंद्रयान -3 में किया गया है ।

नंबी नारायण को देशद्रोहीयों ने षडयंत्र रच कर एक होनहार वैज्ञानिक को न केवल अपमानित किया बल्कि उसका करियर बर्बाद कर दिया… जिसके कारण भारत का स्पेस मिशन बीस साल पीछे चला गया. आज चंद्र यान तृतीय की इस महान उपलब्धि में इनके अमूल्य योगदान का वही महत्व है जो किसी बड़े भवन निर्माण में नींव की आधार-शिला का होता है।
अब इस सफलता के क्रेडिट लेने कि होड़ लगी है…
इधर क्या उधर दोनों तरफ लालायित है,अच्छा है!! लेकिन अगर क्रेडिट लेना ही है तो फिर क्रेडिट सभी चीजों (अच्छे /बुरे सभी ) का लें।

फिर यह बताएंगे की विदेशों से पैसे लेकर नंबी नारायण जैसे वैज्ञानिको को किसने गिरफ़्तार करवा दिया था, अपमानित किया था ? ताकि भारत कि स्पेस टेक्नोलॉजी दशकों पीछे हो जाये।
चंद्रयान -1 के बाद चंद्रयान 2 के लिए फंडिंग क्यों और किसने बंद की??
पश्चिम के चुनिंदा देशों और ची-//-न के डर से Mission Shakti – (Anti -Satellite) को मंजूरी क्यों नहीं दी गई थी?
जिसका परीक्षण मार्च 2019 मे जाकर पूरा हुआ!!
Antrix- Devas deal में scam किसने किया??
सैकड़ों होनहार वैज्ञानिकों, का करियर या तो खत्म कर दिया गया या वे गुमनामी मे खो गए या मर गए जिनमे होमी भाभा भी शामिल हैं.. उनकी अज्ञात कारणों से मृत्यु या हत्या हुई उसके पीछे कौन था??
