चंदर मोहन अग्रवाल : टोनी ब्लेयर… अब दुनिया के पास तीसरा विकल्प आ गया है..

आज दो बातें बहुत महत्वपूर्ण हुई है जिसमें पहली बात ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने भारत के बारे में कही। टोनी ब्लेयर के अनुसार अब दुनिया के पास तीसरा विकल्प आ गया है चीन और अमेरिका दोनों विकल्पों में से एक को चुनने की मजबूरी अब खत्म हो गई है और भारत तीसरा विकल्प बनकर बहुत तेजी से उबर रहा है। यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि टोनी ब्लेयर ने रूस को तो कंसीडर भी नहीं किया।

-लेखक चंदर मोहन अग्रवाल

दूसरी महत्वपूर्ण बात साउथ अफ्रीका मे हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में से आ रही है। ब्रिक्स के अंदर चीन, पाकिस्तान जैसे बहुत से देशों को लाना चाहता था जो चीन के पिछलग्गू या यूं कहो चीन के पिट्ठू हैं।

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लेकिन भारत उन देशों को ब्रिक्स में एंट्री देने के साथ खिलाफ था। एक बार तो यह लग रहा था कि शायद भारत ब्रिक्स में से अपने आप को बाहर कर लेगा। लेकिन आज अंत में सर्वसम्मति से ईरान, यूएई, सऊदी, अर्जेंटीना, इथोपिया और इजिप्ट को ब्रिक्स का सदस्य बना लिया गया है।

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यह बताना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि ईरान, यूएई, सऊदी आदि पहले से ही भारत के साथ लोकल करंसी यानी कि रुपए में व्यापार करने के लिए तैयार है जबकि इजिप्ट स्वेज नहर के एक भूभाग पर हमें एंट्री दे रहा है। अर्जेंटीना भारत से पहले से ही 8000 करोड रुपए के हथियार खरीदने को तैयार बैठा है और रही बात इथोपिया की तो इथोपिया अफ्रीकी देशों का हेड क्वार्टर है। ऐसे में भारत ने एक तीर से दो शिकार किये हैं। एक तो ब्रिक्स को टूटने से बचाया है। दूसरा अमेरिका को भी लगे हाथों संदेश भेज दिया है कि अगर भारत से पंगा लिया तो ब्रिक्स की अपनी करेंसी आने को तैयार है। ब्रिक्स की अपनी करेंसी आने के बीच में सिर्फ भारत ही एक दीवार बनकर खड़ा है। चीन, रूस, सऊदी, ईरान और अर्जेंटीना आदि देश तो पहले से ही भरे बैठे हैं।

बाकी तो दोस्तों आप टोनी ब्लेयर के इस ब्यान को पढ़कर मजे लो। बीबीसी के संवाददाता द्वारा फैलाए गये जहर के मुंह पर यह एक करारा तमाचा है।

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