पंकज झा : इस फोटो में नंदकुमार साय जी को तलाशिये…
किसी को भी इस फोटो में नंद कुमार साय जी को देख कर श्मशान वैराग्य हो सकता है। अजीब भावुकता और मार्मिक भावना से भर गया हूं।
यही सोच रहा हूं कि अगर करुणा शुक्ला जी ने भी पार्टी नहीं छोड़ी होती, तो शायद जीवित होतीं आज। भाजपा जैसी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उसे छोड़ कर कांग्रेस में प्रदेश उपाध्यक्ष बन गयी। उसके बाद कभी किसी ने करुणा दीदी के चेहरे पर प्रसन्नता नहीं देखा होगा। जबकि उनकी नयी पार्टी जीत भी गयी थी।
कांग्रेस के जिता देने के बाद भी वे जिस स्तर का पद वे भाजपा में रद्दी कागज के टुकड़े के दूसरी ओर लिख कर बांट देती थी, वैसे पद के लिये भी उन्हें अंतिम सांस तक तड़पना पड़ा।
साय जी तो…