बालको को कौन ऑफिसर्स दे रहें हैं चुनौती..?
बालको प्रबंधन का अक्सर दावा रहता है कि अपने सारे अधिकारियों कर्मचारियों से बेहतर संवाद बनाकर, तालमेल बनाकर वह चलती है लेकिन इसके ठीक विपरीत भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह का दावा है कि बालको के 30-40 अधिकारी उनके संपर्क में हैं और अपनी समस्याएं उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह को बताई है।
ऐसे में प्रश्न उठता है कि वे अधिकारी कौन हैं जो भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड के समक्ष चुनौती खड़ा कर रहे हैं ? कौन हैं वे ऑफिसर्स जो बालको को अपनी समस्या न बताकर एक राजनीतिक दल से जुड़े व्यक्ति के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं? अविश्वास की दुर्भाग्यपूर्ण खाई की स्थिति अगर बन रही है तो बालको का विकास कैसे होगा?
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ऐसे संदिग्ध अधिकारियों का पता बालको प्रबंधन को लगाना चाहिए और पूछना चाहिए क्योंकर उनकी आस्था बालकों के प्रति ना होकर एक राजनीतिक दल के प्रतिनिधि के प्रति है? ऐसी कौन सी समस्याओं से बालको के अधिकारियों को 2-4 होना पड़ रहा है जिसका निराकरण करने में ऑफिसर्स एसोसिएशन भी स्वयं को असमर्थ, लाचार पा रहा है??
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ऐसी किस प्रकार की समस्याओं से बालको के अधिकारियों को जूझना पड़ रहा है कि भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह इन 30-40 अधिकारियों को साथ लेकर एक नए ऑफिसर्स एसोसिएशन बनाने की बात कर रहे हैं?
भाजपा जिला कोरबा के अध्यक्ष डॉ राजीव सिंह ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा था कि बालको के कर्मचारियों-अधिकारियों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने दावा करते हुए आगे कहा था कि उनके पास बालको के 30 से 40 अधिकारी आए थे, उन्हें साथ लेकर जल्द से जल्द अधिकारियों का एक एसोसियन का गठन किया जाएगा, ताकि समस्याओं से अधिकारियों को मुक्ति मिल सके।
अगर 30-40 अधिकारियों के अपने संपर्क में होने संबंधी भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह की बात सत्य है तो बालको प्रबंधन के लिए एक प्रकार से नकारात्मक संकेत है। आगे देखिए किस प्रकार बालको अपने साख पर लगे बट्टे को छुड़ा पाती है?
डॉ राजीव सिंह का दावा अगर सही सिद्ध न हुआ तो क्या बालको प्रबंधन मानहानि का नोटिस जारी कर सकता है ??