सुरेंद्र किशोर : 1967 के चुनावों में हुआ था विदेशी धन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल

भारत के चुनावों में 1967 में हुआ था
विदेशी धन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल
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मोदी को अगले चुनाव में सत्ता से हटाने के लिए अमरीकी
व्यापारी चुनाव पर खर्च करना चाहता है करीब 83 अरब रुपया
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आजादी के बाद से ही हमारे हुक्मरानों ने किस तरह
विदेशी धन से यहां पलने वाले नेताओं का
मार्ग प्रशस्त किया,उसका खुलासा 1967 में ही संसद में हो गया था।
बाद में,समय- समय पर इस तरह के और भी खुलासे होते रहे।शीत-युद्ध के उस दौर में अपने -अपने देशों के हितों की रक्षा के लिए कम्युनिस्ट और पूंजीवादी देश यहां पैसे बांट रहे थे।
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विदेशी पैसों पर अभी तो एक हद तक कुछ रोक तो लगी है,किंतु चोरी-छिपे अब भी इस देश के कई क्षेत्रों में विदेशी दलाल सक्रिय हैं।
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सन 1967 के आम चुनाव के बाद इस देश के नौ राज्यों में गैर कांग्रेसी सरकारें बन र्गइं ।
लोक सभा में भी कांग्रेसी सदस्यों की संख्या 1962 की अपेक्षा कम हो गई ।
इस पर इंदिरा गांधी सरकार के कान खड़े हो गये।
सरकार को लगा कि शायद यह रिजल्ट विदेशी पैसों के यहां के चुनाव में भारी इस्तेमाल के कारण ही हुआ है।
केंद्रीय गुप्तचर एजेंसी ने इसकी जांच की।
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जांच में यह यह पाया गया कि सिर्फ एक राजनीतिक दल को छोड़कर लगभग सारे प्रमुख दलों ने 1967 के आम चुनाव के लिए विदेशों से ‘चंदा’ स्वीकार किए।
कुछ दलों ने कम्युनिस्ट देशों से तो अन्य ने पूंजीवादी देशों से पैसे लिए।
इस चैंकानेवाली जांच रपट को इंदिरा सरकार ने दबा दिया ।
क्योंकि कांग्रेस के ही कुछ सदस्यों ने अमेरिका से पैसे लिए थे तो कुछ अन्य ने कम्युनिस्ट देशों से।
पर, ‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने उस रपट के सारांश को छाप दिया।
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उस पर भारत की लोक सभा में भारी हंगामा हो गया।
पूरी रपट प्रकाशित करने की मांग की गई।
पर गृह मंत्री वाई.वी.चव्हाण ने इस मांग को ठुकराते हुए कहा कि
‘‘रपट के प्रकाशन से अनेक व्यक्तियों व दलों के हितों की हानि होगी।’’
इस तरह इस ‘धंधे’ का सरकार ने ही बचाव कर दिया।
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यदि 1967 में दोषी दलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई होती तो आज किसी जार्ज सोरोस को वह बात कहने की हिम्मत नहीं होती जो उसने हाल में कही है।
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अब से 2024 के लोस चुनाव तक सरकार और उसकी खुफिया एजेंसियों को सतर्क रहना होगा।क्योंकि सोरोज के लोगों का पहले से ही भारत में अच्छा-खास नेटवर्क है।
83 अरब रुपया कम नहीं होता।न जाने कितने लोगों का मन डोल सकता है !!

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