26 oct. दीवाली तक वाहन क्रय के सभी योग अशुभ-दुर्घटनाकारित..
आप बिस्तर पर 2-3 माह तक अपने जीवन की कल्पना कीजिए। 10-15 दिनों तक लोग ध्यान देंगे-हालचाल पूछेंगे और इसके बाद आप अपने अपनों को ही बोझ लगेंगे। धनतेरस हो या कोई भी पल स्वस्थ शरीर ही आपकी मूल संपत्ति है। धन या वाहनों की नहीं स्वस्थ जीवन के उपायों की खोज कीजिए।
दीपक पर्व या विशेष रूप से कहे तो धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की विशेष पूजा होती है। उन्हें आयुर्वेद का जन्मदाता और देवताओं का चिकित्सक माना जाता है। भगवान विष्णु के 24 अवतारों में धनतेरस के दिन 12वां अवतार धन्वंतरि का था।
धन्वंतरि वैद्य को आयुर्वेद का जन्मदाता माना जाता है। उन्होंने विश्वभर की वनस्पतियों पर अध्ययन कर उसके अच्छे और बुरे प्रभाव-गुण को प्रकट किया। धन्वंतरि के हजारों ग्रंथों में से अब केवल धन्वंतरि संहिता ही पाई जाती है, जो आयुर्वेद का मूल ग्रंथ है। आयुर्वेद के आदि आचार्य सुश्रुत मुनि ने धन्वंतरिजी से ही इस शास्त्र का उपदेश प्राप्त किया था। बाद में चरक आदि ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया।
रामायण, महाभारत, सुश्रुत संहिता, चरक संहिता, काश्यप संहिता तथा अष्टांग हृदय, भाव प्रकाश, शार्गधर, श्रीमद्भावत पुराण आदि में उनका उल्लेख मिलता है।
धन्वंतरि आरोग्य, सेहत, आयु और तेज के आराध्य देवता हैं और धनतेरस पर स्वस्थ, शांत जीवन की दिशा में कर्म होने चाहिए लेकिन बाजारवादी व्यवस्था ने स्वरूप बिगाड़ दिया है।
अब बात शुभ नक्षत्र की
कल पुष्य नक्षत्र था लेकिन वर्जित तिथि मंगलवार रहा।
वाहन खरीदने के विषय में नक्षत्रों के हिसाब से सतर्क रहें,अपने प्रियजनों की जान जोखिम में न डाले।
जिन्हें अविश्वास है वे Google में सर्च कर सकते कि octuber में वाहन खरीदने के लिए कौन सी तिथियां सही हैं? 90% ज्योतिषियों और पंचांगो में अशुभता की बात कही गई है।
दीपावली पर वाहन खरीदना चाहते है तो 14 और 17 अक्टूबर 2022 को शुभ मुहूर्त था, जो समाप्त हो गया है।
बिना किसी मुहूर्त के जोबिना किसी मुहूर्त के जो लोग वाहन क्रय करते है और तुक्के में सही मुहूर्त में अगर खरीदी हो गई तो सब कुछ शुभ-लाभ की स्थितियों से गुजरता है लेकिन गलत मुहूर्त में लिया गया वाहन दुर्घटनाओं को साथ लेकर आता है। शारीरिक के साथ ही आर्थिक व मानसिक परेशानियों से आदमी घिर जाता है, कोर्ट-कचहरी के झमेले अलग गले पड़ते हैं।
हर इंसान के जीवन में एक भाग्यशाली अंक भी होता है। किस अंक का वाहन आपको लेना चाहिए, इसके लिए ज्योतिष निशांत ताम्रकार (+919571655523) से सलाह ली जा सकती है।
पुनर्वसु स्वाती श्रवण धनिष्ठा अनुराधा और शतभिषा आदि नक्षत्रों को चल नक्षत्र के रूप में जाना जाता है। इन नक्षत्रों में ही कार या अन्य वाहन खरीदना शुभ माना जाता है।
वैसे भी 30 sep. से असुर गुरु शुक्र देव अस्त हो गए हैं। अब इनका उदय जाकर 26 नवंबर को होगा। इस बीच यदि नया वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो अपने प्लान को 26 नवंबर तक टाल दीजिये, इतने दिनों में कोई नुकसान नहीं नहीं होगा लेकिन बहुत आवश्यक हो तो नक्षत्र देखकर ही लें।
भगवान दास धनवानी जी cseb के सेफ्टी ऑफीसर रहे, उन्होंने बात करने के बाद भी क्योंकि वे ज्योतिष विज्ञान कम मानते थे, कार खरीदी और tp nagar चौरसिया पंप से खरीदने के ही दिन पेट्रोल डलवाकर सड़क पर आए ही थे कि दूसरी ओर से ट्रेन पकड़ने के लिए तेज गति से आ रही निगम के एक अधिकारी की स्कोरडा ने मात्र 15-20 मिनट पुरानी शोरूम से निकली कार को जोरदार टक्कर मारी। बाद में उन्होंने नक्षत्र देखकर कार ली।
नक्षत्र और नंबर किस हद तक प्रभाव डालते हैं, इस पर एक एक्सीडेंट होने पर हमारे एक प्रिय मित्र की जान जाने पर नरेंद्र भईया से मैंने चर्चा की थी। गाड़ी खरीदने की तिथि इसके फेसबुक पर एक post में थी जिसे हटा दिया गया है, अन्यथा उसका भी स्क्रीन शॉट डालता।
वास्तव में एक ज्योतिष शुद्ध विज्ञान है। ज्योतिष गणनाओं के साथ चलने वाले सतर्क रहतें हैं और घटित होने वाले घटनाओं को लेकर उनका आत्मबल काम आता है।
हमारे ही भाई दीपक साहू ने कार गलत नक्षत्र में खरीदी थी। विगत 2 सप्ताह पहले सड़क के दूसरी ओर जा रही बोलेरो ने सड़क के दूसरी ओर आकर कार को ठोक दिया। अबकी बार गाड़ी लेने गए तो नक्षत्र देखकर।
ईश्वर की कृपा रही कि कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन खर्चा आ रहा है करीब 4.5 लाख रुपये।
