महामारी की विकट परिस्थितियों मे कांग्रेस की नकारात्मक सोच को लेकर भाजपा अध्यक्ष नड्डा का पलटवार

कांग्रेस कार्यसमिति के द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी को 4 पन्नों की चिट्ठी लिखकर महामारी की विकट परिस्थितियों मे कांग्रेस की नकारात्मक सोच को लेकर करारा जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस कोविड-19 के खिलाफ जारी देश की लड़ाई में लोगों को गुमराह करने और भय का झूठा माहौल पैदा करने में लगी हुई है। उन्होंने चिट्ठी में आगे लिखा है कि संकट के इस दौर में राहुल गांधी सहित उसके नेताओं के व्यवहार को छल कपट और ओछेपन के लिए याद किया जाएगा।
अपनी चिट्ठी में उन्होंने राहुल गांधी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के हाल के बयानों की निंदा करते हुए कहा है कि  ”आज के समय में कांग्रेस के आचरण से दुखी करने वाले हैं, लेकिन आश्चर्य नहीं हुआ। आपकी पार्टी के कुछ सदस्य लोगों की मदद करने में सराहनीय काम कर रहे हैं, उनकी हार्डवर्क को पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा फैली नकारात्मकता से ग्रहण लग जाता है।”
बीजेपी अध्यक्ष ने कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों सहित पार्टी के नेताओं पर टीकों को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह स्थिति ऐसे समय में पैदा की गई जब देश संकट से जूझ रहा है और वह भी सदियों में एक बार आने वाली महामारी से।आज के समय में जब भारत कोविद 19 के खिलाफ अत्यंत साहस के साथ लड़ रहा है, हर कोई चाहेगा कि कांग्रेस के शीर्ष व्यक्ति लोगों को गुमराह करना, झूठी दहशत पैदा करना और यहां तक कि अपने विचारों का सिर्फ राजनीतिक विचारों के आधार पर विरोधाभास करना बंद कर देंगे।”
 राहुल गांधी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के हाल के बयानों नकारात्मक विचार बताते हुए कहा, ”आज के समय में कांग्रेस के आचरण से दुखी करने वाले हैं, लेकिन आश्चर्य नहीं हुआ। आपकी पार्टी के कुछ सदस्य लोगों की मदद करने में सराहनीय काम कर रहे हैं, उनकी हार्डवर्क को पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा फैली नकारात्मकता से ग्रहण लग जाता है।”
श्री नड्डा ने सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में आगे उल्लेख किया है कि ”भारत के हालिया इतिहास में टीकाकरण को लेकर कोई संदेह नहीं रहा है, लेकिन कांग्रेस ने सदी में एक बार आई वैश्विक महामारी के दौरान इसे पैदा करने की कोशिश की।”नड्डा ने सोनिया गांधी से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विज्ञान में अटूट विश्वास, नवोन्मेष को समर्थन, सहकारी संघवाद के साथ वैश्विक महामारी से निपटा जा रहा है।”
आक्रामक जवाब देते हुए वे बोले कि ” फरवरी, मार्च के आंकड़े बताएंगे कि कौन से राज्य कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर निगरानी रखने में नाकाम रहे और पंजाब जैसे राज्यों में मृत्युदर अधिक क्यों हैं? नड्डा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेताओं का आचरण दोहरेपन और तुच्छता के लिए याद किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी हुई बैठक में कोरोना वायरस के मुद्दे पर हुई। हाल में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति को लेकर भी इस बैठक में मंथन किया गया था।  बैठक के बाद पारित प्रस्ताव में कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर को मोदी सरकार की लापरवाही का नतीजा बताया। प्रस्ताव में कहा गया था कि ”यह वैज्ञानिक सलाह की केंद्र सरकार की इच्छाशक्ति की अवहेलना, महामारी पर जीत की इसकी समयपूर्व घोषणा चेतावनी के बावजूद पहले योजना बनाने में असमर्थता का प्रत्यक्ष परिणाम है। चेतावनी सिर्फ हेल्थ एक्सपर्ट्स ने ही नहीं, बल्कि संसद की स्थायी कमेटी ने दी थी।” कहा गया था कि पीएम को अपनी गलतियों के लिए प्रायश्चित करना चाहिए। सीडब्ल्यूसी ने देश में कोरोना महामारी की गंभीर स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी गलतियां स्वीकार करना चाहिए और इस महामारी से लड़ने के लिए पूरी तरह समर्पित होना चाहिए। बैठक में पारित प्रस्ताव में यह आरोप भी लगाया गया था कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया तथा टीकाकरण और दूसरे कदमों का पूरा उत्तरदायित्व राज्यों पर छोड़ दिया।