कितने दिनों से आपके पैर मिट्टी पर नहीं पड़े ?
किसी भी एनर्जी को जनरेट होने के लिए प्लस और माइनस दोनों की जरूरत पड़ती है।
हम अपने शरीर में प्लस (+) यानी सूर्य की थोड़ी ऊर्जा ले लेते हैं,वो भी तब जब ऑफिस से जब हम बाहर हो या किसी काम के लिए चल रहे हो।
सूर्यदेव की भरपूर कृपा पाने के लिए कुश की चटाई पर रोज सुबह करीब 15 मिनट बगैर बनियान के धूप में जरूर बैठिये और कोशिश कीजिए कि गायत्री मंत्र या किसी भी वैदिक मंत्र का मानसिक जप भी हो।
जप आपको extra शक्ति देता है। + power के संग –(माइनस) की energy भी।
अब मुद्दे की बात..
मिट्टी की माइनस ऊर्जा ( – ) से हम लगभग अछूते ही रहते हैं।
उसका कारण है कि दिनभर हमारे पांव में जूते,चप्पल टाइल्स वगैरह, जिसके चलते मिट्टी से हमारा संपर्क हो ही नहीं पाता और ऊर्जा का यही असंतुलन रोगों का कारण बनता है।
ऊर्जा के इस असंतुलन को दूर करने के लिए काली मिट्टी और गाय के गोबर को धूप में सुखाकर पूरा चुरा करके मिलाकर कांसे की थाली में इसे फैला लें और जहां पर भी आप लगातार बैठते हैं या लिखते पढ़ते हैं,वहां इसके ऊपर नंगे पांव करके बैठ जाइए इससे निकलने वाले रेडिएशन से,इसके प्रभाव से जिस ऊर्जा की कमी आपके शरीर में है,वह दूर हो जाएगी और इसमें स्वयं मैंने पाया है कि बीपी और डायबिटीज पर काफी हद तक कंट्रोल से हो जाता है।