कौशल सिखौला : इजरायल – ईरान युद्ध के संदर्भ में भारत द्वारा सीज फायर के मायने

देखा युद्ध क्या होता है ? यूक्रेन में देख रहे थे , कमोबेश रूस में भी । अब देख रहे हैं न इसराइल और ईरान में । युद्ध तबाही होता है । जब पाकिस्तान की नीचता का जवाब भारत ने आतंकी अड्डे और एयरबेस तबाह कर दिया तब भारत में सभी पूछ रहे थे कि युद्ध अधूरा क्यों छोड़ दिया ? देख रहे हैं न , जो इसराइल अजेय लग रहा था , ईरान ने मोर्चा खोला तो चौतरफा जलने लगा ।

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भारत ने पहलगाम का बदला पूरा किया , काफी हद तक अतिरिक्त दंड भी दिया और अमेरिका की चौधराहट को भी ठेंगा दिखा दिया । युद्ध में जो सेना लड़ती है , बेशक वह देश के लिए लड़ती है , लेकिन लड़ने वाले सैनिक भी किसी के बेटे हैं , किसी के पति हैं और किसी के पिता होते हैं । भारत ने बहुत अच्छा किया कि बढ़त होते हुए भी बिना अपने किसी नुकसान सीजफायर कर लिया । अब ईरान और इसराइल में युद्ध की आग जिस बुरी तरह जला रही है वह भयावह है , खतरनाक है । जो मर रहे हैं उनके घरवाले भी टकटकी लगाए देख रहे हैं , दुवाएं कर रहे हैं कि जल्द युद्ध विराम हो । ईरान बार बार युद्ध रोकने की गुहार लगा रहा है ।

बड़बोला अमरीका और 79 वर्ष की आयु में हिल चुके ट्रंप की गिनती सनकी राष्ट्रपतियों की श्रेणी में होने लगी है । ट्रंप ऐसा दिखा रहे हैं मानों रूस , भारत , इसराइल आदि माई बाप बन गए हों । अब तो वह कॉमेडियन की भूमिका में आ गए हैं । अपने 79वें जन्मदिन को अमेरिका की 250वीं जयंती से जोड़कर उन्होंने सैन्य परेड करा दी । अमेरिकी सेना इससे नाराज हुईं और टहलने के अंदाज में हल्की परेड निकालकर अमेरिका को शर्मसार कर दिया ।

ट्रंप भारत पाकिस्तान युद्ध के समय बिना बुलाए जैसी शेखी बघार रहे थे , वैसी ही अब इसराइल को लेकर बघार रहे हैं । जिस तरह नाटो देशों ने यूक्रेन को युद्ध में झोंक दिया उसी तरह अमेरिका ने ईरान को सबक सिखाने के लिए इसराइल को झोंका । लेकिन इसराइल ने ईरान की ऐसी कमर तोड़ दी है कि ईरान दस बरस पीछे चला गया है । याद रखिए , ईरान के पास लम्बी दूरी की सीमित मिसाइलें जरूर हैं , लेकिन उसके पास फाइटर विमान बहुत कम हैं । ईरान के पास शस्त्र भंडार भी कम है । सबसे बड़ी बात यह है इसराइल के पास ऐसा हौसला है जो उसे अजेय बनाता आ रहा है ।

कतर और जॉर्डन युद्ध रुकवाने और वार्ता का दौर चलाने में जुट हुए हैं । अमेरिका ने ठीक उस समय इसराइल से खोमेनीई को मार डालने का प्लान रुकवाया उस समय मोसाद उस बंकर के पास पहुंच गया था जहां खोमेनई छिपे हुए हैं । उम्मीद है कि अब जल्द ही दोनों देशों के बीच ताजा जंग रुकेगी और सीजफायर का ऐलान हो जाएगा । हमास हुती और हिजबुल्लाह को काफी हद तक बर्बाद कर चुके इसराइल ने ईरान को बता दिया है कि उसके प्रॉक्सी ही नहीं , ईरान से भी उसे कोई डर नहीं है । फिर भी युद्ध तो युद्ध है , भीषण तबाही है । कैसे भी रुकें युद्ध रुकने चाहिएं।

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