दिलीप सी मंडल : मोदी की इंग्लिश.. विनोद क्या बताएगा, मैं बताता हूँ…
क्या ये नरेंद्र मोदी कि गलती है कि वे गरीब, कम पढ़े-लिखे मोढ घांची परिवार में पैदा हुए और वडनगर के इस परिवार के पास इतने ही पैसे थे कि बच्चे को किसी तरह से सरकारी गुजराती मीडियम स्कूल में पढ़ा सकें?
वे मुँह में चाँदी की चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए थे।
हर किसी के पास गाँधी परिवार की तरह पैसे का ढेर नहीं होता कि बच्चे को सेंट कोलंबस, जीसस एंड मेरी, दून स्कूल और सेंट स्टीफंस में भेज सकें। बिना ऊँची जान पहचान के यहां किसको एडमिशन मिलता है?
मोदी के परिवार की औक़ात नहीं थी। मामूली लोग थे। इसमें बालक मोदी का क्या दोष??
प्रिय भारतवासियों,
मोदी की इंग्लिश का मजाक उड़ाने वालों को माफ कर दें। वे नहीं जानते कि वे क्या कर रहे हैं। वे भारत की 95% जनता का मजाक उड़ा रहे हैं।
विनोद क्या बताएगा। मैं बताता हूँ।
हम क्वाड (अमेरिका, भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया) के मेंबर हैं तो उसकी मीटिंग में आगे रहेंगे। क्वाड को नया रूप 2017 में दिया गया।
जबकि ‘जी-7’ 1975 में बना। भारत उसका मेंबर क्यों नहीं बन पाया, ये कांग्रेस बताए। वहां तो हमें पीछे ही रहना पड़ेगा।
गर्व करने में कंजूसी न करें।
भारत का एयर डिफेंस सिस्टम बेस्ट है। सब हमला आसमान में ही रोक लिया जाता है। हमारे मिसाइल उनके यहां चार-पाँच सौ किलोमीटर अंदर तक उड़ा आते हैं। उनका तो बॉर्डर पार ही नहीं हो पाता। एक भी मिसाइल इधर नहीं आया।
धन्यवाद राष्ट्र के प्रहरियों का!
– श्री दिलीप सी मंडल के पोस्ट से साभार।
