कौशल सिखौला : ..उन्होंने आपकी बजाय 80 साल के खड़गे को पीएम फेस बता दिया
उप राष्ट्रपति पर बेहद आपत्तिजनक मिमिक्री कर अपने बुने जाल में फंस गया है विपक्ष । राष्ट्रपति , उपराष्ट्रपति , न्यायाधीश , राज्यपाल और विभिन्न सदनों के अध्यक्षों पर किसी भी टिप्पणी को सभ्य समाज और कानून में वर्जित माना गया है । एक प्रोटोकॉल है जिसका विधान संविधान लिखने के समय ही स्थापित कर दिया गया था । जनसेवकों , प्रधानमंत्री , मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों पर राजनीति में टिप्पणियां होती हैं । लेकिन उक्त वर्णित संवैधानिक पदों पर न तो कोई टिप्पणी की जा सकती है और न कार्टून बन सकता है । उन पर समाचारपत्रों में व्यंग लिखने पर भी एंबार्गों लगाया गया है।
ऐसे में टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने संसद परिसर के सामने जिस तरह उपराष्ट्रपति धनकड़ पर भद्दी मिमिक्री की , राहुल गांधी ने मजा लेते हुए जिस तरह वीडियो बनाया , वह शर्मनाक है । सत्ता में आने के लिए लालायित विपक्ष इन हरकतों के चलते तो शायद ही वापसी कर पाए । कल्याण बनर्जी से अधिक अफसोस राहुल गांधी पर है जो मिमिक्री की वीडियो बना रहे थे , अन्य सांसदों के साथ हंस रहे थे , उसे वायरल कर रहे थे । तमाम निलंबित सांसद ठहाके लगा रहे थे और तालियां बजा रहे थे । क्या यह ठीक था ? विपक्ष अनेक कुर्तक पेशकर इसे ठीक बता रहा है।
कल्याण बनर्जी की छोड़िए वे तो मात्र एक सांसद हैं । वे जीवन में कभी भी और आगे नहीं बढ़ सकते । लेकिन राहुल गांधी तो देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं ? उन्हें पीएम फेस बनने की लालसा है । उन्हें क्या जरूरत थी वीडियो बनाने की ? राहुल कभी संसद में आंख मारते हैं , कभी फ्लाइंग किस देते है तो कभी मोदी के खिलाफ़ भाषण देकर संसद में ही उनकी सीट पर पर गले पड़ने पहुंच जाते हैं । अब तो आम रील बनाने वालों की तरह कल्याण बनर्जी की रील ही बनाने लगे । क्या पीएम फेस बनने को आतुर राहुल गांधी साहब ? कभी तो सीरियस हो जाओ ? पीएम नहीं बनना चाहते क्या?
जरा गौर से देखो कल्याण बनर्जी की नेता ममता ही आपका खेल बिगाड़ रही हैं । गठबंधन बैठक में उन्होंने आपकी बजाय 80 साल के खड़गे को पीएम फेस बता दिया । बैठक में आप भी थे और आपकी माताजी सोनिया गांधी भी । खड़गे की घोषणा से पहले ममता ने पूछा आपसे ? नहीं ना ? अरे भैया पूछा जरूर उन्होंने , पर आपसे नहीं केजरीवाल से पूछा और दक्षिण से आए नेताओं से पूछा । फिर आपसे बिना पूछे जी बैठक में प्रस्ताव रख दिया कि काशी में प्रियंका को मोदी के खिलाफ लड़ाया जाए । अरे साहब ! चतुर ममता कांग्रेस की जड़ों में मट्ठा दे रही हैं । और आप ? आप संवैधानिक पदों की गरिमा को तार तार करने वाली टीएमसी के साथ मिलकर उपराष्ट्रपति की मिमिक्री में शामिल हैं ??
