दिलीप सी मंडल : नरेंद्र मोदी युग की ये सबसे बड़ी विशेषता है.. अब सरकार दंगे…
नरेंद्र मोदी के दस साल सांप्रदायिक दृष्टि से भारत का “शांति काल” है। एक समय था जब भागलपुर, नेल्ली, 84, मुंबई, कोलकाता, मुरादाबाद, मेरठ जैसे किसी एक ही दंगे में हज़ार दो हजार, तीन हजार लोग मारे जाते थे। दंगे महीनों चलते रहते थे।
अब सांप्रदायिक तनाव पर इतनी सख़्ती है कि दस साल में सौ से भी कम जानें गई हैं। सजाएं मिल रही हैं। प्रशासन सख़्त है।
सौ की संख्या भी इसलिए कि दिल्ली में सीएए विरोधी दंगे में 53 लोग मारे गए क्योंकि थोड़े समय के लिए ये अफ़वाह फैल गई थी कि सीएए से लोगों की नागरिकता चली जाएगी। जबकि ये नागरिकता देने का क़ानून है। जब ये क़ानून लागू हुआ तो सब कुछ शांतिपूर्ण हो गया।
भारत में निवेश बढ़ने की एक बड़ी वजह यह शांति है। निवेशक हमेशा देखता है कि क़ानून का शासन है कि नहीं।
सिनेमाघरों में फ़िल्में और दंगे दोनों पहले महीनों चला करते थे। अब वो दिन चले गए। नरेंद्र मोदी युग की ये सबसे बड़ी विशेषता है। अब सरकार दंगे रोकती है। पहले सरकारें दंगे कराती थी।
– दिलीप सी मंडल के टाइम लाइन से साभार।