शरणार्थी संघ के अध्यक्ष गांधी ने पीएम मोदी व भारत सरकार के प्रति व्यक्त किया आभार
पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी संघ के अध्यक्ष श्री लाभा राम गांधी ने केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से भेंट की
5 अगस्त की पूर्व संध्या पर शरणार्थियों द्वारा भव्य उत्सव मनाया जाएगा क्योंकि इस दिन अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाने के 5 वर्ष पूरे हो रहे हैं, जिसके कारण वे सभी भारतीय नागरिकता और मतदान करने के अधिकार से वंचित रहे थे
पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी (डब्ल्यूपीआर) संघ के अध्यक्ष श्री लाभा राम गांधी ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान उन्होंने पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों को भारत की नागरिकता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सरकार को धन्यवाद दिया, जिससे उन्हें 7 दशकों से वंचित रखा गया था।
इन शरणार्थियों ने केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री तथा कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात कर अपनी कठिनाई और विस्थापन के समय में उनके निरंतर सहयोग व सहायता के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार के प्रति हार्दिक आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि हमारे प्रति दिखाया गया दयालुता का भाव और उदारता से हम बहुत लाभान्वित हुए हैं, जिससे हमारी भलाई तथा भारतीय समाज में हमारा एकीकरण सुनिश्चित हुआ है।
पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी संघ के सदस्यों ने 7 दशकों से उनके साथ हुए अन्याय का स्मरण करते हुए पिछली सरकारों पर उनके मुद्दों और समस्याओं पर ध्यान न देने का आरोप लगाया। उन्होंने इस बात पर भी अपना दुःख व्यक्त किया कि उन्हें राजनीतिक लाभ के लिए वोट देने के अधिकार और वैध नागरिकता देने से वंचित किया गया। पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी (डब्ल्यूपीआर) वे लोग हैं, जो वर्ष 1947 में देश विभाजन के बाद पश्चिमी पाकिस्तान के कई इलाकों से पलायन कर भारतीय सीमा में आ गए तथा तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य में बस गए। जिनमें मुख्य रूप से जम्मू संभाग के जम्मू, कठुआ और राजौरी जिले शामिल हैं। 1947 में पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले के बाद लगभग 5764 परिवार जम्मू पहुंच गए थे।
