राजीव मिश्रा : बेवकूफियां करना संवैधानिक अधिकार है सबका लेकिन…
कुछ मित्रगण कहते सुने गए हैं कि चुनाव में भाजपा को दिखा दिया है और आगे और दिखा देंगे..
पता नहीं वे किसको क्या दिखा देंगे… अगर भाजपा को हरा देंगे तो पता नहीं मोदी को रोटियां घट जायेंगी या शाह के घर चूल्हा नहीं जलेगा..
हमारे बच्चे स्कूल से लौटते किडनैप होते थे, हमारी कार सड़क पर गड्ढे में फंसती थी. स्थिति टका में चाहे चार आना ही सुधरी है, मोदी राज में सुधरी ही है… होगा क्या! फिर बच्चे किडनैप होंगे, फिर गाड़ी गड्ढे में फंसेगी..
फिर भी दिखा देना है तो जरूर दिखा दें… लोकतांत्रिक देश के नागरिक हैं, बेवकूफियां करना संवैधानिक अधिकार है सबका. लेकिन यह झूठ ना बोलें कि आप भाजपाई हैं और आजकल नाराज चल रहे हैं. कांग्रेसी थे, कांग्रेसी हैं… बस कहते शरमा रहे हैं.
वैसे इसमें शर्माने की क्या बात है… खुद श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक समय कांग्रेसी थे. हमारे बाप दादा सब एक समय कांग्रेसी थे… आप आज भी हैं.
वैसे तो डार्विन कहता है कि हमारे पूर्वज चिम्पांजी भी थे.. फिर हम इंसान बन गए. तो क्या हुआ… आज भी दुनिया में चिम्पांजी हैं…कुछ इंसान नहीं बने…मर्जी थी उनकी, जैसे आपकी मर्जी है…
होता है इवोल्यूशन, पर क्या कीजिएगा… सबका नहीं होता…
अग्निवीर योजना से युवाओं को क्या मिल जायेगा?
बंदा चार साल सरकारी नौकरी का फार्म भरेगा, पुलिया पर बैठ के गुटखा थूकेगा और पॉलिटिक्स बतियाएगा तो देश दुनिया के बारे में कुछ सीखेगा. फौज में जाकर क्या सीखेगा? किस काम का रह जायेगा 21 साल का बूढ़ा? क्या मिल जायेगा सिर्फ डिसिप्लिन सीख के? बारह लाख रुपए मिलेंगे, उसमें कितने दिन बैठ के खा सकेगा बेचारा 21 साल का लाचार आदमी?
बिल्कुल बेकार स्कीम है… हमको चाहिए पक्की सरकारी नौकरी!!!
