बीबीपी मोदी : तुम मुझे यूं हरा न पाओगे..
इरादा
तुम मुझे यूं हरा न पाओगे
मिलकर खुद ही हार जाओगे
फिर सारे कभी मिल न पाओगे
हां तुम मुझे यूं हरा न पाओगे
ये पंजा ये सायकिल और आप
वफादारी ईमानदारी की गारंटी
में कोई भी आगे नहीं है आज
हां तुम मुझे यूं हरा न पाओगे
कुर्सी की खातिर जुड़े तुमलोग
देश को तो हमने एक बनाया है
३७० हटाकर देश में मिलाया है
मेरे खून में देशभक्ति समाया है
हां तुम मुझे यूं हरा न पाओगे
भ्रष्टाचार का जाल बिछाया तुमने
मेरे जज्बे को समझ नहीं पाओगे
मैंने हर धर्म को महान माना है
ज़ख्म तुमने जो दिये देशवासी को
नमक छिड़के थे उन जख्मों पर
जख्मों पर मलहम मैंने लगाया है
हां तुम मुझे यूं हरा न पाओगे
हिन्दु मुस्लिम सिख ईसाई में
भेदभाव को हमने मिटाया है
भारत की शान में चार नहीं
चार सौ सितारे मैंने पिरोये हैं
हां तुम मुझे यूं हरा न पाओगे
जब कभी भी याद मेरी आयेगी
हर तरफ मुझको ही तुम पाओगे
कितने सारे काम किये अबतक
कोई इल्ज़ाम नहीं लगा पाओगे
हां तुम मुझे यूं भुला न पाओगे।
राष्ट्र को सर्वोपरि आजन्म माना है
सर जुदा हो तन से कभी भी यदि
जान जाए देश की खातिर तमन्ना
आज तक दिल में मैंने ठाना है
हां तुम मुझे यूं हरा न पाओगे
सर उठाकर आंखें मिलाकर बढ़ना
दुर्गम रास्तों से कभी नहीं है घबराना
चाहे छुप कर रह रहे दुश्मन कहीं भी
सीमापार में जाकर है मार गिराना
अपने इरादे में सफल नहीं हो पाओगे
हां तुम मुझे यूं हरा न पाओगे।
-बीबीपी मोदी
