वोट बैंक के लिए अब अनपढ़ नेता नहीं आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर के हाथों में है भारत के मंत्रालयों की कमान

वोट बैंक के लिए पहले अनपढ़ नेताओं को मंत्रीमंडल में जगह मिल जाती थी। स्वतंत्रता के बाद भारत में पहली बार ऐसा हुआ है कि आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर को मंत्रिमंडल में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करने का अवसर मिला है। विश्व में इनके कामों के कारण भारत का डंका बज रहा है।  देश की सुरक्षा की कमान भी स्वतंत्रत भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि रक्षा मंत्रालय का सचिव सेना से लिया गया है।

 

आधे दर्जन से ज्यादा पूर्व नौकरशाहों को भारत सरकार के मंत्रिमंडल में जगह मिली है जिसमें कोई आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, इंजीनियर शामिल है। यही कारण है कि आज भारत तरक्की के साथ-साथ वैश्विक परिदृश्य में उन्नत देश की तरह उभर रहा है। भारत के हर मंत्रालय को बेहतरीन लीडरशिप और विशेष अनुभव का मार्गदर्शन मिल रहा है।

2014 से पहले तक वोट बैंक के लिए पार्टी के चुने गए नेता जो ठीक से पढ़े लिखे भी नहीं होते थे उन्हें किसी भी मंत्रालय का मंत्री बना दिया जाता था और अपने विभाग को लेकर 20% का भी ज्ञान उनको नहीं होता था।

प्रभावशाली तरीके से विदेश मंत्रालय सम्हाल रहे जयशंकर प्रसाद को ही लीजिए अमेरिका यूरोप के प्रतिबंध के बाद भी रूस से तेल खरीदने की ओर डोकलाम के मुद्दे पर चीन से वार्ता हो या कश्मीर के विषय पर पाकिस्तान को बेनकाब करना हो… भारत आज पूरी दुनिया से आंख मिलाकर बात करता है। दूसरे नंबर पर यह पेट्रोलियम और शहर विकास मंत्री विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी रह चुके हरदीप सिंह पुरी को लगभग 6 एकड़ में पहले नए संसद भवन के निर्माण का सीम मिल यश के साथ मात्र 29 महीने में नए संसद भवन को बनवाकर तैयार किया है जो कि अपने आप में विश्व रिकॉर्ड है जहां पहले कोई बिल्डिंग बनवाने के लिए दशको लग जाते थे आज नया संसद भवन सरकार के कामकाज के प्रति गंभीर होने का परिणाम है ना सिर्फ रफ्तार से कम बल्कि क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में पेट्रोल डीजल पर निर्भरता कम करने के लिए पूरी ने 20% एथेनॉल की शुरुआत की जो कि पेट्रोल डीजल से काफी किफायती और इको फ्रेंडली है पेट्रोल के साथ एलर्जी सरकार के बिजली और इनेबल एनर्जी की जरूरत होगी इसके लिए सरकार ने बिजली मंत्रालय को एक ऐसे हाथ में दिया है जिन्होंने विंड पावर के प्रोडक्शन के मामले में भारत को दुनिया का चौथा देश बना दिया भारत अब सोलर एनर्जी विंड पावर बायोमास जैसे क्लीन एनर्जी से बिजली बन रह रिन्यूएबल एनर्जी प्रोडक्शन में भारत की क्षमता में बढ़ोतरी विश्व की अन्य बड़ी अर्थव्यवस्था में सबसे तेज है वह दिन दूर नहीं जब दुनिया कच्चे तेल को छोड़कर भारत से पावर इंपोर्ट करेगी भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है।

मोदी सरकार ने भारत के सुरक्षा के जिम्मेदारी आईपीएस अजीत डोभाल को सौंप दिया है। वर्ष 2016 में भारतीय सेना के उरी स्थित कैंप पर हमला हुआ जब 2019 में पाकिस्तानी आतंकियों ने पुलवामा में सीआरपीएफ की काफिले को निशाना बनाया जवाब में भारतीय सेना ने अजीत डोभाल के नेतृत्व में जो जवाबी कार्यवाही की, वैसा आज तक स्वतंत्र भारत के इतिहास में कभी देखने को नहीं मिला।

बीते कुछ सालों में रेलवे की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है और उसका पूरा क्रेडिट जाता है अश्विनी वैष्णव को जो की प्रशासनिक सेवा में काम कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्हें राज्यसभा में चुनवाकर लाये। आईटी सेक्टर की कमान भी इनके हाथों में है, जो सबसे पहले भारत दुनिया को सिक्स जी की सौगात देने वाला है।

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