कौशल सिखौला : सर्वाधिक निगाहें एक जून पर क्यों टिकी हैं?
अखिलेश यादव ने कन्नौज से अचानक नामांकन करने के बाद संकेत दिया कि इंडी गठबंधन की ओर से वे भी प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो गए हैं । मीडिया ने उनसे पूछा कि एकाएक चुनाव मैदान में उतरने की वजह क्या है ? क्या वे भी पीएम पद के लिए दावा पेश करेंगे ?
अखिलेश ने कहा कि देश का प्रधानमंत्री हमेशा यूपी से आता है , खुद समझ लीजिए । एकाएक चुनाव लड़ने को एक्टिवेट हुए अखिलेश कन्नौज ही नहीं , आसपास की छह सीटों पर छह यादव मैदान में उतारे हैं । मजा देखिए , कि सभी प्रत्याशी अखिलेश के ही परिवार के सदस्य हैं । उत्साहित अखिलेश कह रहे हैं कि इन छहों सीटों पर समाजवादी पार्टी छह छक्के मारने वाली है।
प्रधानमंत्री पद और यूपी के बीच रिश्ते को देखते हुए ही राहुल और प्रियंका अब यूपी से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं । मां के राजस्थान से राज्यसभा चले जाने के बाद लड़की हूं लड़ सकती हूं कहने वाली प्रियंका सचमुच रायबरेली से। पिछली बार के चोट खाए राहुल तो अमेठी आ ही रहे हैं । पीएम बनने के ख्वाब में डूबे और उत्साहित अखिलेश अब यूपी की 79 सीट पर चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं । एक सीट वे मोदी के लिए छोड़ रहे हैं।
तो क्या इंडिया गठबंधन सत्ता में आने पर पांच सालों में पांच पीएम बनाएगा ? सब जानते हैं कि गठबंधन की ओर से राहुल गांधी तो खुद को स्वयंभू पीएम प्रोजेक्ट करते आए हैं । अभी से नहीं , 2014 और 2019 से ही उनका यह सपना है । उधर परिणाम अनुकूल आ जाने पर ममता , स्टालिन और लालू भी दावेदारी ठोक सकते हैं । सत्ता मिली तो इंडिया वालों की ओर से हर साल एक नया पीएम शपथ ले सकता है । यद्यपि इंडी गठबंधन ने चुनाव के लिए एक ध्वज , एक घोषणापत्र तो बनाया नहीं । तो पांच साल में पांच पीएम आना मजबूरी तो बन जाएगा।
पर यह तभी होगा जब इंडी वाला मोर्चा लीड ले पाए ? अभी इसके कितने आसार हैं , यह दूर की कौड़ी है । यों , इतने दूर की भी नहीं । 4 जून को परिणाम आ ही रहे हैं । हां , इंडी गठबंधन के सभी घटक आश्वस्त हैं कि कोई चमत्कार होने जा रहा है । दूसरी तरफ पीएम मोदी के फेस पर निर्भर एनडीए को भारी जीत का भरोसा है । आज दूसरा चरण पूरा हो जाएगा । अभी पांच चरण बाकी हैं । सर्वाधिक निगाहें एक जून पर भी टिकी हैं । काशी से पीएम मोदी का चुनाव उसी दिन होना है । देखते रहिए ! मतदान के लिए जनतंत्र का जन सड़कों पर उतरकर अपना भविष्य लिख रहा है।
