मनीष शर्मा : बाकि जयराम रमेश जी से मेरा यही सवाल है..

जयराम रमेश जी बड़े दुःखी हो रहे हैं…. IT में slump आया हुआ है, Jobs कम हो रही हैं, जो हैं वह जा रही हैं…..और यह IT industry के भविष्य को बचाने के लिए वोट देने की बात कर रहे हैं.

यह tweet देख कर साफ पता लग रहा है कि जयराम रमेश जी को IT का I और T.. कुछ नहीं पता.

IT एक बड़ी ही sensitive industry है… और इसमें ढेर सारे Factors होते हैं, जो इसकी growth को influence करते हैं…… कुछ internal और अधिकांश External factors होते हैं.

सबसे बड़े दो factors हैं.
1. Global Issues
2. Transition in Technology

Global Issues से सबसे ज्यादा IT industry ही प्रभावित होती है… कहीं युद्ध हो जाए, कहीं economic meltdown आ जाए,अमेरिका में Rate of interest ऊपर नीचे हो जाए, Global Pandemic हो, अमेरिका और यूरोप की आतंरिक राजनीति और कई अन्य ऐसे factor हैं.. जो रातो रात IT Industry में खलबली मचा देते हैं.

वहीं IT एक ऐसी Industry है, जहाँ Technology में आ रहा बदलाव भी बहुत प्रभाव डालता है. पहले ऐसे बदलाव once in a decade हुआ करते थे… फिर 4-5 साल में होने लगे… अब तो हर 6 महीने में कुछ ना कुछ नया आ रहा है. और इस कारण यह बड़ा ही Unstable Sector बन गया है.

पिछले 10 साल में इतने बदलाव हो गए हैं… कि जिस व्यक्ति ने 1995-2000 के बीच करियर शुरू किया होगा… वह एक तरह से कई Light Years बराबर के बदलाव देख पा रहा होगा…जिन्होंने 2005-2010 के बीच IT में करियर शुरू किया होगा… वह आज बिलकुल नये तरह का काम कर रहे होंगे… और जिस profile पर या जिस Job Role पर उन्होंने शुरुआत की होगी.. वह या तो Obsolete हो चुका होगा.. या लगभग ख़त्म हो गया होगा.

लेकिन अगर आप अपने आपको समय के साथ ढाल लें, तो आपका भविष्य बड़ा ही उज्जवल है.

आज AI, ML, Data Science, Blockchain, Cyber Security, Cloud computing, Edge Computing, DevOps का जमाना है… यह सब technologies भी अब धीरे धीरे बदल रही हैं…. आने वाले पांच सालों में लाखों ऐसी jobs होंगी, जो ख़त्म हो जाएंगी… वहीं लाखों ऐसी होंगी जो आज आप सोच भी नहीं सकते.

ऐसे में रोने धोने से बेहतर है उन नौकरियों के लिए तैयार रहिये….Generative AI ही अगले 5 सालों में कई सौ billion डॉलर का business भारत में उत्पन्न करेंगी… Prompt Engineering, AI Ethics जैसी नौकरियां होंगी.

कुलमिलाकर यह एक Transition का phase है… और ऐसा IT industry में हर कुछ सालों में होगा ही होगा…. यह बात निश्चित है… ऐसे में सरकारें अगर कुछ कर सकती हैं तो वह यह है कि IT को Tier -2, Tier-3 शहरों में ले जाए.. बेहतर Infra बनाये… बेहतर लेबर laws बनाये… और IT कंपनियों को बेहतर Tax
लाभ दें.. ताकि भारत Competitive बना रहे….. इसके अलावा IT ग्रेजुएटस के लिये नये Curriculum बनाये जाएं और हर 12 महीने में उन्हें review and revise किया जाए….. तभी यह नौकरियों का बैलेंस बना रहेगा.

बाकि जयराम रमेश जी से मेरा यही सवाल है…2008 में Lehmann Brothers डूबा था… अमेरिका में जबरदस्त Financial Crisis आया था… उस समय भारत में 1,30,000 IT नौकरियां गई थी…… किसकी सरकार थी उस समय??

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