अशोक तिवारी : राष्ट्रहित में विरोध का आरंभ कोरबा में 30 अप्रैल रविवार संध्या 5.30 घन्टाघर मैदान से…
🙏सादर🙏
भारत विश्व का सर्वाधिक पुरातन राष्ट्र है। सृष्टि, परमेष्ठी तथा व्यष्टि के प्रति एक विराट चिन्तन है।भारतीय परिवार व्यवस्था विश्व को अनुपम देन है।
कुछ वर्षों से अश्लीलता पूर्ण फिल्म,पाश्चात्य शिक्षा पद्धति तथा विदेशी विचारों से प्रभावित मस्तिष्क ने लगातार भारतीय संस्कृति पर आघात किया है।
फिल्मों मे अश्लील हरकत करने वालो का ही सेंसर बोर्ड बन गया है।समाज को दिशा देने वाले संत,संस्थाओं के श्रेष्ठ प्रतिनिधित्व करने वालो का सेंसर बोर्ड होगा तभी अश्लीलता बंद होगी।
लीव इन रिलेशनशिप जैसा पाप हम देख रहे है। इसका प्रभाव समाज पर भयंकर होगा। वर्तमान मे सुप्रीम कोर्ट मे चलने वाला जेण्डर के विवाह सम्बंधित मुकदमा और सुप्रीम कोर्ट की जल्दबाजी ,किसी भयंकर षडयंत्र तथा भयंकर परिणाम का आगाह है।
क्या हम भारत को वासना,भोगवाद मे आकण्ठ डुबा युरोप, अमेरिका बनने देंगे?
- भारतीय समाज का निर्माण और नियम यह संसद अथवा कोर्ट का ही नही है अपितु सामाजिक संस्थाओं और संतो का है।
- सामाजिक संस्थाओं और संतो सहमति के बिना।
- लिव इन रिलेशनशिप ,एक जेण्डर का विवाह अथवा अन्य नियम नही बनने चाहिए।
भारत मे जब राजा अथवा न्याय व्यवस्था दिशाहीन होती है भारतीय समाज विरोध मे खडा होता रहा है।
आज भी हमे *लिव इन रिलेशनशिप ,एक जेण्डर का विवाह* *के विरोध मे प्रदर्शन करना होगा।*
विरोध किसी को कही से तो प्रारम्भ करना ही होगा।
कोरबा से ही यह उर्जा प्रवाहित हो……
विचार हेतु
*दिनांक.30 अप्रैल रविवार
*समय सायं 5.30
*स्थान घन्टाघर मैदान
में आप मित्रों के साथ सादर आमंत्रित है।
स्टेट बार काउंसिल के सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक तिवारी ने आगे लोगों से आग्रह किया है कि कृपया हम सब इस विषय को अधिक से अधिक व्यक्तिगत तथा ग्रुप मे पोस्ट कर कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। ।
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