₹ 7000 लीटर में मिलेगा गधी का दूध
देश में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र हिसार में गधी के दूध की डेयरी शुरू होने जा रही है। एनआरसीई हिसार में हलारी नस्ल की गधी के दूध की डेयरी शुरू होने वाली है।जिसके लिए एनआरसीई ने 10 हलारी नस्ल की गधियों को मंगाया था, अब उनकी ब्रीडिंग की जा रही है।आजतक गधे को मजाक का पात्र समझते थे, लेकिन अब गधी का दूध पीएंगे क्योंकि गधी का दूध इंसानों के लिए ना सिर्फ बेहद फायदेमंद होता है बल्कि शरीर का इम्यून सिस्टम ठीक करने में भी काफी बड़ी भूमिका निभाता है।
वैसे गधे को लेकर जो भ्रामकता लोगो के मन में है, वो इस लिंक को पढ़ने से दूर हो जाएगी..
http://veerchhattisgarh.com/?p=1499हलारी नस्ल के गधे की प्रजाति गुजरात में पाई जाती है।इन प्रजाति के गधी के दूध को दवाइयों का खजाना माना जाता है. हलारी नस्ल की गधी के दूध में कैंसर, मोटापा, एलर्जी जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है।