महिला सैनिकों के लिए रक्षा मंत्री ने लिया ये निर्णय
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज रविवार को एक अहम फैसला लेते हुए सशस्त्र बलों, नाविकों और वायु योद्धाओं के रूप में तैनात महिला सैनिकों को उनके अधिकारी के समान मातृत्व अवकाश, बाल देखभाल और बाल गोद लेने की छुट्टियों के नियमों के विस्तार को मंजूरी दे दी है। नियमों के मंजूरी के साथ ही अब सेना में किसी भी रैंक पर कार्यरत सभी महिला सैन्य कर्मियों को ऐसी छुट्टियों का लाभ समान रूप से प्राप्त होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज रविवार को एक अहम फैसला लेते हुए सशस्त्र बलों, नाविकों और वायु योद्धाओं के रूप में तैनात महिला सैनिकों को उनके अधिकारी के समान मातृत्व अवकाश, बाल देखभाल और बाल गोद लेने की छुट्टियों के नियमों के विस्तार को मंजूरी दे दी है। नियमों के मंजूरी के साथ ही अब सेना में किसी भी रैंक पर कार्यरत सभी महिला सैन्य कर्मियों को ऐसी छुट्टियों का लाभ समान रूप से प्राप्त होगा।
यह निर्णय सशस्त्र बलों में सभी रैंक की महिला सैनिकों की समान भागीदारी के रक्षा मंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिससे सशस्त्र बलों से संबंधित महिलाओं को विशिष्ट पारिवारिक और सामाजिक दायित्वों को निभाने में मदद मिलेगी। इस उपाय से सेना में महिलाओं की कार्य स्थितियों में सुधार होने की उम्मीद है, जिससे वे पेशेवर और पारिवारिक जीवन में बेहतर संतुलन स्थापित कर सकेंगी।
नारी शक्ति को मिला बढ़ावा
नारी शक्ति के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए तीनों सेनाओं में महिला सैनिकों, नाविकों और वायु योद्धाओं के रूप में शामिल किया, जिसे एक नये बदलाव की शुरुआत माना जा रहा है। महिला अग्निवीरों की भर्ती से देश की भूमि, समुद्र और हवाई सीमाओं की रक्षा के लिए महिला सैनिकों, क्रमश: नाविकों और वायु योद्धाओं की बहादुरी और समर्पण से देश और सशक्त होगा।
सभी जगह महिला सैन्यकर्मियों की तैनाती
दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में कार्रवाई के खड़े होने से लेकर युद्धपोतों पर तैनात होने के साथ आसमान पर हावी होने तक, भारतीय महिलाएं अब सशस्त्र बलों में लगभग हर क्षेत्र में तमाम बाधाओं को तोड़कर दाखिल हो रही हैं। 2019 में, भारतीय सेना में सैन्य पुलिस कोर में सैनिकों के रूप में महिलाओं की भर्ती के माध्यम से एक महत्वपूर्ण शुरुआत थी।