क्रिकेट विश्व कप से भारत की GDP को मिलेगा 220 अरब रुपए का बूस्ट
क्रिकेट के महाकुंभ विश्वकप 2023 का आगाज 5 अक्टूबर, 2023 को हो गया है। इस विराट आयोजन से भारत की जीडीपी को जबरदस्त बूस्ट मिलने की उम्मीद भी की जा रही है। दरअसल, बैंक ऑफ बड़ौदा के अर्थशास्त्रियों ने अनुमान लगाया है कि क्रिकेट विश्व कप 2023 की मेजबानी से भारत की जीडीपी को करीब 220 अरब यानी 22,000 करोड़ का बूस्ट मिलने की उम्मीद है।
इन सेक्टर्स को मिल सकता है आर्थिक बढ़ावा
बताना चाहेंगे विश्वकप की 12 साल बाद भारत में वापसी हुई है। वहीं, यह पहला मौका है जब भारत अकेले विश्वकप की मेजबानी कर रहा है। विश्वकप जहां खेल प्रेमियों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है, वहीं, विश्वकप की मेजबानी का फायदा भारतीय अर्थव्यवस्था को भी होने की उम्मीद है। विश्वकप की मेजबानी से एविएशन इंडस्ट्री, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर, होटल्स, फूड इंडस्ट्री, डिलिवरी सर्विसेज को फायदा होने की उम्मीद है।
45 दिनों तक चलेगा क्रिकेट वर्ल्ड कप
गुरुवार को क्रिकेट विश्व कप का पहला मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया, जिसे लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया। हर चार साल में होने वाला क्रिकेट विश्व कप नवंबर के मध्य तक 45 दिनों तक चलेगा, जिसमें 10 शहरों में 48 मैच होंगे। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस बड़े आयोजन से देश में आर्थिक गतिविधियों को काफी बढ़ावा मिल सकता है।
पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद
चतुष्कोणीय टूर्नामेंट बड़ी संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा। ऐसे में पर्यटक भारत में होटल, भोजन, यात्रा सहित खरीदारी पर खर्च करेंगे, जिसमें देश की जीडीपी को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
त्योहारी सीजन के कारण खुदरा क्षेत्र को भी होगा फायदा
यह टूर्नामेंट त्योहारी सीजन के साथ मेल खाता है और इससे देश के खुदरा क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, ऐसे में लोग खरीदारी भी कर रहे हैं।
बढ़ सकती है दर्शकों की संख्या
अर्थशास्त्रियों का ये भी कहना है कि टूर्नामेंट की कुल दर्शकों की संख्या 2019 में देखे गए 552 मिलियन दर्शकों के रिकॉर्ड को पार करने की उम्मीद है। इससे 105 अरब रुपए से 120 अरब रुपए के बीच आय हो सकती है।
राजस्व में बढ़ोतरी का संकेत
उम्मीद की जा रही है कि टूर्नामेंट से टैक्स कलेक्शन यानी कर संग्रह बढ़ने से सरकार के खजाने को फायदा होगा। इसमें टिकट बिक्री पर कर, होटल, रेस्तरां और खाद्य वितरण सेवाओं व माल और सेवा कर इत्यादि शामिल हैं, जो देश को अतिरिक्त वित्तीय लाभ प्रदान कर सकते हैं।
विश्व कप मुद्रास्फीति में भी योगदान दे सकता है, क्योंकि एयरलाइन टिकट की कीमतें और होटल किराया पहले ही बढ़ चुके हैं। कुल मिलाकर अक्टूबर और नवंबर में महंगाई में 0.25% तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
भारत का सेवा क्षेत्र मजबूत
5 अक्टूबर, 2023 को जारी एसएंडपी ग्लोबल सर्वेक्षण के अनुसार, भारत का सेवा क्षेत्र सितंबर में मजबूत गति से बढ़ा है, क्योंकि सकारात्मक मांग के माहौल ने नए व्यापार और आउटपुट वॉल्यूम को बढ़ावा दिया है।
13 वर्षों में उत्पादन में सबसे तेज वृद्धि का संकेत
मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स अगस्त में 60.1 से बढ़कर सितंबर में 61.0 हो गया, जो उत्पादन में तेज वृद्धि का संकेत देता है जो 13 वर्षों में सबसे मजबूत में से एक था।